MPHC: मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने कोर्ट के वैधानिक अधिकार के दुरुपयोग के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए एक मामले में गर्भपात की चिकित्सीय याचिका को खारिज कर दिया,
जब पीड़िता की मां ने माना कि उनका आरोपी रिश्तेदार पर केस चलाने को कोई इरादा नहीं (MPHC News) है।
जस्टिस अहलुवालिया की पीठ में सुनवाई
सुनवाई के दौरान जस्टिस गुरपाल सिंह अहलूवालिया की एकल पीठ ने यह भी कहा कि अभियोक्ता (Accuser) और उसकी याचिकाकर्ता (Petitioner) –
मां की वास्तविक मंशा याचिकाकर्ता के इस स्वीकारोक्ति से स्पष्ट है कि वे मुकदमे में अभियोजन पक्ष के मामले का समर्थन नहीं करेंगे,
हालांकि बाद में मां ने अपनी छोटी बेटी की ओर से एफआईआर (FIR) दर्ज कराई।
22 अप्रैल 2024 को केस डायरी देखने के बाद कोर्ट ने याचिकाकर्ता (Petitioner) के वकील को याचिकाकर्ता
और उसके पति का हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया कि वे आरोपी के मुकदमे में अपने बयान से पलटेंगे (MPHC News) नहीं।
कोर्ट ने यह भी कहा
कोर्ट ने कहा कि यह न्यायालय इस तथ्य से अवगत है कि गवाहों को उनके बयानों के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता है
और वे मुकदमे (बयान) में जो चाहें कह सकते हैं, लेकिन उन्हें इस कोर्ट के वैध अधिकार का दुरुपयोग करके अजन्मे बच्चे को मारने की अनुमति नहीं दी जा सकते।
याचिकाकर्ता ने कहा- वे आरोपी को बचाने का प्रयास करेंगी
कोर्ट के आदेश पर याचिकाकर्ता ने हलफनामा दाखिल किया और व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में पेश हुआ।
इसके बाद कोर्ट ने याचिकाकर्ता से इस समय आरोपी के साथ संबंधों के बारे में पूछा, तो मां ने जवाब दिया कि वे मुकदमे में आरोपी रिश्तेदार को बचाने का हर संभव प्रयास (MPHC News) करेंगी।
आदेश में कोर्ट ने यह कहा
सुनवाई के बाद एकल न्यायाधीश पीठ ने गर्भावस्था को समाप्त करने की अनुमति देने से इनकार किया और
आदेश में कहा कि इस न्यायालय की यह सुविचारित राय है कि अवांछित बच्चे का लड़की की मानसिक स्थिति पर कुछ प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है,
लेकिन यदि अभियोक्ता और उसकी मां यह दावा करके पलटी मारने जा रही हैं कि कोई अपराध नहीं किया गया है, तो यह न्यायालय उक्त पहलू को नजरअंदाज करना (MPHC News) चाहेगा।
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कोर्ट ने एक पुराने मामले का भी जिक्र किया
आदेश सुनाते समय कोर्ट ने एक पिछले अवसर का भी उल्लेख किया। जहां इसी तरह की स्थिति वाले याचिकाकर्ताओं ने अवांछित बच्चे से छुटकारा पाने के लिए न्यायालय के अधिकार का दुरुपयोग किया था, हालांकि बाद में वे परीक्षण के चरण में अपने बयान से पलट गए थे। (MPHC News)