भोपाल। Winter Session Congress No Confidence Motion मध्यप्रदेश में आज से MP Winter Assembly Session विधानसभा का शीतकालीन सत्र सुबह विधायकों की श्रद्धांजलि के बाद शुरू हुई विधानसभा शीतकालीन सत्र की कार्रवाई मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी गइ। विधानसभा के शीतकालीन सत्र की शुरूआत सुबह 11 बजे हो गई। जिसकी शुरूआत दिवंगत नेताओं और विधायकों श्रद्धांजलि देकर हुई है। इस बार सत्र पूरा चलने की उम्मीद की जा रही है। जिसमें कांग्रेस पार्टी शिवराज सिंह चौहान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आएगी। आपको बता दें यह फैसला पूर्व मुख्यमंत्री एवं मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ के आवास पर आयोजित कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से लिया गया।
पांच दिन तक चलेगा
23 दिसंबर तक ये शीतकालीन सत्र चलेगा। MP Winter Assembly Session किसान, बेरोजगारी, महंगाई आदि मुद्दों में पर कांग्रेस सरकार को घेरेगी। सुबह 11 बजे से ये सत्र शुरू होगा। इसके काफी हंगामेदार होने के आसार आ रहे हैं। कांग्रेस का कहना है कि इसके लिए विधिवत सूचना दे दी गई है। महिला बढ़ते अपराध राशन घोटाला आदि को लेकर सरकार को कांग्रेस घेर सकती है।
बैठक में लिया फैसला
मध्य प्रदेश के प्रभारी महामंत्री जयप्रकाश अग्रवाल का कहना ने कहा कि हमारे विधायकों की यह जिम्मेदारी है कि वह पुरजोर ढंग से जनता के मुद्दे विधानसभा में उठाएं। नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह भी इसमें शामिल होंगे। उनके अनुसार कांग्रेस पार्टी ने शिवराज सरकार के खिलाफ विस्तृत आरोप पत्र तैयार कर लिया है। अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान इस आरोप पत्र के माध्यम से कांग्रेस पार्टी भाजपा की जन विरोधी नीतियों को घेरेगी।
कांग्रेस विधायकों का मत
विधायकों की आम राय से सहमति के बाद इस बात का निर्णय लिया गया है कि कांग्रेस सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएगी। कांग्रेस का कहना है कि सरकार हर बार कोई ना कोई बहाना खड़ा करके विधानसभा की कार्यवाही समय से पहले समाप्त करने का षड्यंत्र करती है। MP Winter Assembly Session मीडिया को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा और तरुण भनोट ने कहा की शिवराज सरकार एक के बाद एक घोटालों से घिरी हुई है। प्रदेश में महंगाई और बेरोजगारी अपने चरम पर है। प्रदेश की कानून व्यवस्था बुरी तरह लचर हो गई है और किसान खाद के लिए मारे मारे फिर रहे हैं। विधानसभा में कांग्रेस पार्टी समाज के हर वर्ग की समस्या को पुरजोर तरीके से उठाएगी। इस सवाल पर कि सर्वदलीय बैठक में जब इस बात पर सहमति बन गई है कि सदन को पूरे समय चलाया जाएगा तो फिर कांग्रेस अलग से यह मांग क्यों कर रही है, सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि भाजपा की कथनी और करनी में बहुत फर्क है। अगर भाजपा अपने वादे पर कायम रहती है और सत्र को सुचारू रूप से चलाती है तो कोई बात नहीं है, लेकिन अगर विधानसभा सत्र को नियमों के मुताबिक नहीं चलाया गया तो कांग्रेस के विधायक हर लोकतांत्रिक विकल्प का प्रयोग करने के लिए स्वतंत्र हैं। विधायक दल की बैठक में पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ, मध्य प्रदेश के प्रभारी महामंत्री जयप्रकाश अग्रवाल, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति सहित वरिष्ठ नेता और कांग्रेस के विधायक शामिल रहे।