हाइलाइट्स
-
जुलाई माह में औसत से 7% ज्यादा बारिश
-
जुलाई में बारिश का 7 साल का रिकॉर्ड टूटा
-
भोपाल में कलियासोत डैम के 4 गेट खोले गए
MP Weather Update Today: मध्यप्रदेश में जुलाई माह में 7 साल की बारिश का रिकॉर्ड टूटा है. अब तक प्रदेश में इस सीजन की 51% यानी 18.9 इंच बारिश हो गई है. 21 जून को प्रदेश में मानसून की एंट्री हुई थी. तब से अबतक प्रदेश में 19 इंच बारिश हो गई है. जुलाई महीने में कोटे से 9 प्रतिशत बारिश ज्यादा हुई है. अगस्त में अच्छी बारिश के आसार हैं. इस सीजन में 110 फीसदी बारिश के आसार हैं. आज अगस्त के पहले ही दिन से प्रदेश में स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव होकर अगले 4 दिन तक बना रहेगा.
भोपाल में कलियासोत डैम के 4 गेट खोले गए
भोपाल में बारिश के बाद बड़े तलाब का जलस्तर फुल टैंक लेवल पर पहुंच गया है. तालाब में लगातार पानी आ रहा है. बड़ा तालाब अब केवल 1 फीट खाली है. इसी के चलते कुछ दिन पहले भदभदा के गेट खोले गए थे. वहीं आज कलियासोत डैम के 4 गेट खोले गए हैं.
आज इन जिलों में होगी तेज बारिश
गुरुवार को भोपाल, सागर, जबलपुर, नर्मदापुरम, ग्वालियर और चंबल संभाग के 19 जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। बुधवार से ही सिस्टम की एक्टिविटी नजर आई। भोपाल, नर्मदापुरम, रायसेन, सिवनी समेत 13 जिलों में बारिश हुई.आईएमडी के अनुसार अभी साइक्लोनिक सर्कुलेशन अरब सागर की ओर है. एक अन्य साइक्लोनिक सर्कुलेशन भी एक्टिव है. अब इनकी स्ट्रॉन्ग एक्टिविटी देखने को मिल सकती है. अगले 4 दिन प्रदेश में कहीं भारी तो कहीं हल्की बारिश का अनुमान है.
अब तक की बारिश का हाल
प्रदेश में 21 जून को मानसून पहुंचा था. 40 दिन बीतने के बाद प्रदेश में बारिश का आधे से ज्यादा कोटा पूरा हो गया है. प्रदेश में सबसे ज्यादा पानी सिवनी में 31.74 इंच गिरा है. रीवा में आंकड़ा 8 इंच तक भी नहीं पहुंचा हो. अब पूर्वी हिस्से- जबलपुर, सागर, शहडोल और रीवा संभाग में भी बारिश के आसार हैं. अब तक प्रदेश में ओवरऑल 7% बारिश ज्यादा हुई है. इसमें पूर्वी हिस्से में 1% और पश्चिमी हिस्से में 14% ज्यादा पानी गिरा है. जुलाई के 31 दिन में 14.27 इंच बारिश हुई जो कोटे से 1.78 इंच ज्यादा है. 7 साल में ऐसा दूसरी बार हुआ है.
पिछले साल जुलाई में हई थी इतनी बारिश
पिछले साल जुलाई में औसत 12.24 इंच पानी गिरा था, लेकिन इस बार यह 14 इंच से ज्यादा है। इस कारण भोपाल, जबलपुर, सीहोर, राजगढ़, विदिशा, रायसेन समेत 35 जिले हैं, जो पिछले साल से आगे निकल गए. इस बार इन सभी जिलों में ज्यादा बारिश हुई है.