भोपाल। प्रदेश में लंबे समय के बाद एक बार फिर से मॉनसून(MONSOON) सक्रिय हो गया है। पिछले 2-3 दिनों से प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश(HEAVY RAIN) देखने को मिल रही है। राजधानी समेत कई जिलों में झमाझम बारिश का दौर भी जारी है। वहीं मौसम विभाग(IMD) के मुताबिक आने वाले कुछ दिनों में भी इसी तरह बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। मौसम विभाग (IMD)ने आज सोमवार को प्रदेश के कई जिलों में कहीं हल्की तो कहीं भारी बारिश की संभावना जताई है। इसके साथ ही प्रदेश के कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में छतरपुर, अनूपपुर, बालाघट, टीकमगढ़ और नरसिंहपुर जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है। वहीं प्रदेश के की जिलों में भारी से भी भारी बारिश के आसार जताते हुए मौसम विभाग द्वारा ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग ने आज सोमवार को प्रदेश के कई जिलों में कहीं हल्की तो कहीं भारी बारिश की संभावना जताई है। इसके साथ ही प्रदेश के कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट (orange alert) भी जारी किया गया है।
इन जिलों में भारी से भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट
अगले 24 घंटों में प्रदेश के कुछ हिस्सों में मौसम विभाग द्वारा भारी से भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है जिसमें ग्वालियर,चंबल संभाग के साथ राजगढ़,आगर,नीमच,मंदसौर और टीकमगढ़ जिले शामिल है। मौसम विभाग द्वारा बताया जा रहा है कि इन जिलों में आने वाले 24 घंटों में भारी से भी भारी बारिश हो सकती है। इसके साथ ही इन जिलों में बिजली गिरने के भी आसार है।
इन जिलों में हुई झमाझम बारिश
बीते दिनों से प्रदेश में (Rain in MP) बादल जमकर मेहरबान हैं। रोजाना झमाझम बारिश देखने को मिल रही है। रविवार को भी राजधानी समेत कई जिलों में सुबह से ही बादलों की बूंदाबांदी जारी रही। मौसम विभाग द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार बीते 24 घंटे में कई जिलों में तेज बारिश देखने को मिली है। रिपोर्ट के अनुसार अनूपपुर में सबसे ज्यादा 23 मिमी बारिश देखने को मिली है। शमशाबाद में 19 मिमी बारिश हुई है। झारडा, घटिआ, गंजबासौदा में 16 मिमी बारिश हुई है। नटेरन, बनखेड़ी, महिदपुर, ताल में 14 मिमी बारिश हुई है। बारेड और रामनगर में 13 मिमी बारिश दर्ज की गई है। साथ ही रैपुरा, मल्हागढ़, बमोरी, इटारसी, खचरोद, अमला, तिरला, होशंगाबाद और शाजापुर में 8 मिमी बारिश देखने को मिल रही है। बता दें कि बारिश के बाद किसानों के चेहरे चमक उठे हैं। बीते दिनों से बादलों के रूठने से फसलें मुरझाने लगी थी। अब बारिश के बाद फसलें एक बार फिर खेतों में लहराने लगी हैं।