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MP Weather UPDATE baarish olavrishti se fasle barbad next two days IMD Alert
हाइलाइट्स
- मध्य प्रदेश में भारी बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट जारी
- 27 शहरों में ऑरेंज और येलो अलर्ट घोषित
- भोपाल में तेज बारिश, सतना में सबसे अधिक वर्षा दर्ज
MP Weather Update Today: मध्य प्रदेश में बीते कुछ दिनों से मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया है। प्रदेश के कई हिस्सों में झमाझम बारिश और ओलावृष्टि ने कहर बरपाया है। खासतौर पर बुंदेलखंड के सागर, दमोह, पन्ना और टीकमगढ़ जिलों में भारी बारिश और ओलावृष्टि दर्ज की गई है।
दमोह जिले के पटेरा और कुंडलपुर में बड़े-बड़े ओले गिरने से यहां का नजारा कश्मीर जैसा दिखने लगा, लेकिन किसानों के लिए यह आपदा बनकर आई। खेतों में खड़ी गेहूं, चना और मसूर की फसलें पूरी तरह चौपट हो गई हैं।
किसानों पर आफत, गेहूं और चने की फसलें तबाह
बारिश और ओलों की मार ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया। हवा के तेज झोंकों से गेहूं की फसलें गिर गईं, जिससे उनकी चमक फीकी पड़ सकती है। चना और मसूर की फसलें भी खेतों में ही खराब हो गईं।
कटनी, अमरपाटन, सिंगरौली, शहडोल और मैहर जैसे कई इलाकों में तेज बारिश के साथ ओले गिरने से फसलें नष्ट हो गई हैं। किसानों का कहना है कि उनकी सालभर की मेहनत बर्बाद हो गई और वे अब सरकार से मदद की उम्मीद कर रहे हैं।
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गेहूं और चने की फसलें तबाह[/caption]
अगले दो दिनों तक बारिश की संभावना
मौसम (MP Weather) विभाग के अनुसार, प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है, जिसके चलते अगले दो दिनों तक झमाझम बारिश और ओले गिरने की संभावना बनी हुई है। दमोह, कटनी, उमरिया, शहडोल, डिंडौरी और अनूपपुर जिलों में ओलावृष्टि का अनुमान जताया गया है।
वहीं, ग्वालियर, मुरैना, भिंड और दतिया में तेज आंधी और बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, बैतूल, सतना, रीवा, सीधी, सिंगरौली, अशोकनगर, हरदा और नर्मदापुरम में गरज-चमक और तेज आंधी चलने की संभावना है।
बेमौसम बारिश से बढ़ी ठंड
बारिश और ओलों के चलते प्रदेश के कई जिलों में तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है। भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर और उज्जैन में न्यूनतम तापमान में 3-4 डिग्री की गिरावट आई है।
सबसे कम तापमान ग्वालियर में 15.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि इंदौर में 17.6 डिग्री, जबलपुर में 18.8 डिग्री और भोपाल में 20.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। खरगोन में सबसे अधिक 37.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया, जबकि सबसे कम 14.6 डिग्री तापमान राजगढ़ में रहा।
भोपाल सहित 27 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
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27 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट[/caption]
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, मध्य प्रदेश में इस समय तीन बड़े मौसम प्रणाली सक्रिय हैं, जिनकी वजह से 27 जिलों में भारी बारिश और ओलावृष्टि होने की संभावना बनी हुई है। भोपाल, रीवा, शहडोल, जबलपुर, सागर और ग्वालियर संभाग के जिलों में 22 मार्च तक बारिश जारी रहने का अनुमान लगाया गया है।
कुछ जगहों पर ओले गिरने की भी संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने अनूपपुर, उमरिया, डिंडौरी, दमोह, कटनी, भिंड और दतिया में तेज आंधी के साथ भारी बारिश और ओले गिरने का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
रविवार से मौसम होगा साफ
मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि रविवार से विपरीत दिशाओं की हवाओं का सम्मिलन कमजोर पड़ने लगेगा, जिससे मौसम (MP Weather) धीरे-धीरे साफ होने लगेगा। बादलों के हटने से दिन का तापमान फिर से बढ़ सकता है। हालांकि, अभी दो दिन तक प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश जारी रहेगी।
कृषि विशेषज्ञों ने दी किसानों को सावधानी बरतने की सलाह
कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को सलाह दी है कि वे फसलों की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाएं। बर्बाद हुई फसलों के सर्वे के लिए प्रशासन से जल्द रिपोर्ट तैयार करने की मांग की जा रही है, ताकि सरकार किसानों को मुआवजा दे सके। इसके अलावा, किसानों को यह भी सलाह दी गई है कि वे कटाई के लिए सही समय का इंतजार करें और फसल की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए उचित प्रबंधन करें।
बेमौसम बारिश और ओलों ने बढ़ाई किसानों की मुश्किलें
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ओलों ने बढ़ाई किसानों की मुश्किलें[/caption]
मध्य प्रदेश में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से किसानों को बड़ा नुकसान हुआ है। जहां एक ओर आम लोगों को गर्मी से राहत मिली है, वहीं किसानों के लिए यह संकट की घड़ी बन गई है।
मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक सतर्क रहने की सलाह दी है। किसानों की फसलों को हुए नुकसान के बाद सरकार से मुआवजे की उम्मीद की जा रही है। प्रदेश में मौजूदा मौसम प्रणाली की वजह से अगले कुछ दिनों तक मौसम में बदलाव जारी रहेगा।
मार्च के मौसम रिकॉर्ड पर एक नजर
मार्च माह के मौसम रिकॉर्ड्स पर नजर डालें तो अब तक का सबसे अधिकतम तापमान 30 मार्च 2021 को 41 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। वहीं, सबसे कम न्यूनतम तापमान 9 मार्च 1979 को 6.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। इसके बाद से न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक ही बना रहा है। मार्च में कई बार बारिश भी देखने को मिली है, जिसमें अब तक की सबसे अधिक वर्षा 2006 में 108.8 मिमी दर्ज की गई थी।
| शहर | अधिकतम/न्यूनतम | AQI |
| भोपाल | 34/20.4 | 192 |
| इंदौर | 36.9/20.8 | 96 |
| जबलपुर | 34.8/17 | 152 |
| ग्वालियर | 34.5/14.2 | 124 |
| उज्जैन | 37.5/16 | 46 |
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