हाइलाइट्स
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उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती 2023 में पदवृद्धि की मांग
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13 जून से राजधानी में आंदोलन करेंगे प्रदेशभर के वेटिंग शिक्षक
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आंदोलन के समर्थन में उतरे नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार
MP Waiting Teacher Protest: उच्च माध्यमिक यानी वर्ग 1 की शिक्षक भर्ती में पद बढ़ाने की मांग ज्ञापन और मेल मुलाकातों से आगे बढ़कर अब महाआंदोलन का रूप लेने जा रहा है।
कल यानी 13 जून से मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में सुबह 9 बजे से इस आंदोलन की शुरुआत होगी।
वर्ग 1 की भर्ती के वेटिंग शिक्षकों की मांग और आंदोलन को लेकर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार (Leader of Opposition Umang Singhar) ने उम्मीद जताई है कि शायद अब सरकार की नींद खुल जाए।
पहले मामले को समझ लीजिए
वर्ग 1 शिक्षक भर्ती 2023 में 8720 पदों पर भर्ती होना हैं। इनमें से भी 3668 बैकलॉग के पद हैं।
सभी आरक्षण को हटाने के बाद अनारक्षित कैटेगिरी के लिए सिर्फ 102 पद ही बचते हैं। चूंकि वर्ग 1 में शिक्षकों की भर्ती (MP Teacher Bharti Issue) विषयवार होना है।
ऐसे में 102 पदों को जब 16 विषयों डिवाइड करते हैं तो 6.3 आता है। इसका अर्थ ये हुआ कि अनारक्षित कैटेगिरी में मेरिट में आने वाले 6 या 7 उम्मीदवार ही शिक्षक बन सकेंगे।
बाकी के उम्मीदवार इस भर्ती से वैसे ही बाहर हो गए हैं। पदवृद्धि की मांग (Demand for Increase in Post Varg 1 Teacher Recruitment 2023) की सबसे बड़ी वजह यही है।
हर चौखट से लौटे खाली हाथ
उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती (MP Higher Secondary Teacher Recruitment) से जुड़े वेटिंग शिक्षक लगातार पदवृद्धि की मांग कर रहा है।
सरकार और विपक्ष में शायद ही ऐसी कोई चौखट हो जहां पदवृद्धि की मांग को लेकर वर्ग 1 शिक्षक भर्ती 2023 के उम्मीदवार न पहुंचे हो।
विभागीय मंत्री उदयप्रताप सिंह सहित शिवराज सिंह चौहान, नरेंद्र सिंह तोमर, वीडी शर्मा समेत अन्य नेताओं से उम्मीदवार भर्ती में पदवृद्धि की मांग कर चुके हैं।
हर चौखट से खाली हाथ लौटने के बाद अब वेटिंग शिक्षकों के पास आंदोलन (MP Waiting Teacher Protest) ही रास्ता बचा है।
दो चयनित संगठन एक साथ आए
वर्ग 1 यानी उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती 2023 में पदवृद्धि की मांग को लेकर दो अलग-अलग संगठन अब तक प्रदर्शन (MP Waiting Teacher Protest) करते आए हैं।
महाआंदोलन: शिक्षक भर्ती में पद बढ़वाने कल से सड़कों पर उतरेंगे उम्मीदवार, नेता प्रतिपक्ष बोले- अब सरकार की नींद खुले!#Teacherprotest #TeacherRecruitment #MPNews @CMMadhyaPradesh @UmangSinghar @jitupatwari @udaypratapmp @VTankha @IYCMadhya
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— Bansal News (@BansalNewsMPCG) June 12, 2024
इनमें एक संगठन चयनित शिक्षक संघ और दूसरा संगठन बेरोजगार शिक्षक संघ है।
हालांकि ऐसा पहली बार हुआ है कि अब ये दोनो संगठन आंदोलन (Protest for Teacher Recruitment) के लिए एक साथ आ गए हैं।
अनिश्चितकालीन रहेगा आंदोलन
मांगे पूरी हो जाने तक वेटिंग शिक्षक राजधानी भोपाल में आंदोलन (MP Waiting Teacher Protest) करते रहेंगे।
13 जून से शुरु हो रहे इस अनिश्चितकालीन आंदोलन का नेतत्व संयुक्त मोर्चा (वेटिंग शिक्षक) करेगा।
12 जून देर शाम से उम्मीदवार भोपाल आना शुरु हो जाएंगे। वहीं 13 जून को सुबह 9 बजे बड़ी संख्या में वेटिंग शिक्षक भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन पर पहुंचेंगे।
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प्रशासन अलर्ट, घनघनाई मोबाइल की घंटियां
वर्ग 1 की भर्ती को लेकर हो रहे इस आंदोलन (MP Waiting Teacher Protest) को लेकर प्रशासन भी अलर्ट मोड पर आ गया है। बीते दो दिनों से मोबाइल की घंटियां घनघना रही है।
इंटेलिजेंस फुल एक्टिव है और हर मूवमेंट पर नजर बनाए हुए है। इधर संयुक्त मोर्चा (वेटिंग शिक्षक) आंदोलन में ज्यादा से ज्यादा सहभागिता के लिए सोशल मीडिया पर कैंपेन छेड़े हुए है।
उमंग सिंघार ने सरकार पर साधा निशाना
आंदोलन (MP Waiting Teacher Protest) को लेकर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सरकार पर निशाना साधा है।
अपने सोशल मीडिया हैंडल X पर सिंघार ने लिखा कि मुख्यमंत्री मोहन यादव जी प्रदेश के चयनित शिक्षकों की कब सुध लेंगे आप।
चयनित शिक्षकों को अभी तक नियुक्ति नहीं दी गई और इसका कारण भी कोई नहीं बता पा रहा। न आपका विभाग DPI और न सरकार।
मुख्यमंत्री @DrMohanYadav51 जी
प्रदेश के #चयनित_शिक्षकों की कब सुध लेंगे आप !!!चयनित शिक्षकों को अभी तक नियुक्ति नहीं दी गई, और इसका कारण भी कोई नहीं बता पा रहा!.. न आपका विभाग #DPI और न सरकार!
प्रदेश के स्कूलों में #शिक्षकों के 35 हजार पद खाली हैं। जुलाई में रिटायर होने…
— Umang Singhar (@UmangSinghar) June 11, 2024
प्रदेश के स्कूलों में शिक्षकों के 35 हजार पद खाली हैं। जुलाई में रिटायर होने वाले शिक्षकों की संख्या 6 हजार है।
सरकार इन पदों को क्यों नहीं भरना चाहती, स्पष्ट करें। प्रदेश में लंबे समय से अंदोलन कर रहे शिक्षक भी यही चाहते हैं।
इंतजार कर रहे चयनित शिक्षकों के संयुक्त मोर्चा का भोपाल में ‘महाआंदोलन’ होने जा रहा है। उम्मीद है कि इस आंदोलन की हुंकार से एमपी गवर्मेंट की नींद खुलेगी।
कांग्रेस शिक्षकों के इस महाआंदोलन को उचित समझती है। क्योंकि, शिक्षकों की कमी से छात्रों की उच्चतर माध्यमिक शिक्षा प्रभावित हो रही है।