भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र 20 दिसंबर से शुरू हो रहा है। इसे सुचारू रूप से चलाने के लिए विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने सभी दलों की बैठक ली। इसमें सत्तापक्ष और विपक्ष के वरिष्ठ सदस्यों साथ चर्चा की गई। बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि प्रश्नकाल सुचारू रूप से चले और सभी सदस्यों को सवाल पूछने का मौका मिले।
प्रश्नकाल बाधित ना हो
सर्वदलीय बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि प्रश्नकर्ता को प्रश्न पूछने का पूरा अवसर दिया जाए। गौरतलब है कि पिछले कुछ सत्रों में देखा गया कि प्रश्नकाल वाद-विवाद में ही निकल गया और प्रश्नकर्ता को जनता से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर सवाल पूछने का मौका ही नहीं मिल पाया।
सीधा पूरक प्रश्न पूछ सकेंगे विधायक
सर्वदलीय बैठक की जानकारी देते हुए विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने बताया कि दोनों पक्षों ने सदन चलाने के लिए अपनी सहमति दी है। प्रश्नकाल सुचारू रूप से चलाने पर भी चर्चा हुई। पहली बार सदन में ‘प्रिंटेड प्रश्न-उत्तर पढ़ने के बजाय सीधे पूरक प्रश्न पूछने की विधायकों को अनुमति दी जा रही है। सदन का समय बचाने ये नई पहल की गई है। सवाल के पहले से तैयारी होने से सदन की समय बचेगा और ज्यादा से ज्यादा सदस्यों को सदन में सवाल पूछने का मौका मिलेगा।
सिर्फ 5 दिन का है विधानसभा सत्र
मध्यप्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र इस बार सिर्फ 5 दिन का है ।सदन शांतिपूर्ण रूप से चले और सभी मुद्दों पर गहराई से चर्चा हो इसके लिए सभी दलों से सहयोग की अपील की गई। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस समेत सभी दलों ने सदन शांतिपूर्ण रूप से चलने देने पर अपनी सहमति दी है।