भोपाल। मध्य प्रदेश की एक लोकसभा सीट और तीन विधानसभा सीटों पर 30 अक्टूबर को होने वाले उपचुनाव के लिए कुल 55 उम्मीदवार मैदान में हैं। चुनाव अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि सोमवार को नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख थी,जिसके बाद सतना जिले की रैगांव (एससी) विधानसभा सीट के लिए अधिकतम 19 तथा खंडवा लोकसभा क्षेत्र से 16 उम्मीदवार मैदान में रह गए हैं। अलीराजपुर जिले की जोबट (एसटी) विधानसभा सीट से नौ उम्मीदवार और निवाड़ी जिले की पृथ्वीपुर विधानसभा सीट से 11 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। हालांकि प्रदेश में मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी कांग्रेस के बीच है। खंडवा लोकसभा सीट पर भाजपा ने दिवंगत सांसद नंदकुमार सिंह चौहान के पुत्र हर्षवर्धन सिंह चौहान को टिकट देने से इनकार करते हुए पूर्व जिला पंचायत के अध्यक्ष ज्ञानेश्वर पाटिल को चुनाव में उतारा है। कांग्रेस ने यहां से पूर्व विधायक राज नारायण सिंह पूर्णी को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस विधायक कलावती भूरिया के निधन के कारण खाली हुई जोबट सीट पर उपचुनाव के लिए भाजपा ने सुलोचना रावत को वहीं कांग्रेस ने महेश पटेल को टिकट दिया है।
बागरी की बहू को बनाया उम्मीदवार
पूर्व विधायक रावत हाल ही में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुई हैं। वह इससे पहले 1998 और 2008 में दो बार कांग्रेस के टिकट पर इस सीट से जीत चुकी हैं। भाजपा के विधायक जुगल किशोर बागरी के निधन से खाली हुई रैगांव सीट पर भाजपा ने बागरी की बहू प्रतिमा बागरी को उम्मीदवार बनाया है। जबकि कांग्रेस ने यहां से कल्पना वर्मा को टिकट दिया है। वर्मा ने 2018 में विधानसभा चुनाव में बागरी के खिलाफ चुनाव लड़ा था। कांग्रेस के विधायक एवं पूर्व मंत्री बृजेंद्र सिंह राठौर के निधन से खाली हुई पृथ्वीपुर सीट से कांग्रेस ने उनके पुत्र नितेंद्र राठौर को उम्मीदवार बनाया है जबकि भाजपा ने यहां से शिशुपाल सिंह यादव को मैदान में उतारा है। यादव समाजवादी पार्टी छोड़ने के बाद भाजपा में शामिल हुए हैं। मध्य प्रदेश में एक लोकसभा और तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव 30 अक्टूबर को होगा तथा तीन नवंबर को मतों की गिनती होगी।