MP TET EXAM : स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह ने प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा वर्ग-3 की परीक्षाएं निरस्त होने की सूचना को निराधार बताया है। परमार ने बयान जारी कर कहा कि परीक्षा निरस्त करने संबंधी खबर भ्रामक और झूठी है। अफवाहों पर ध्यान न दे। परीक्षा नियम अनुसार समय पर आयोजित की गई है। सभी अभ्यर्थियों को सफल होने के लिए शुभकामनाएं।
प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा वर्ग-3 की परीक्षाएं निरस्त होने संबंधी खबर भ्रामक और झूठी है। अफवाहों पर ध्यान न दे। सभी अभ्यर्थियों को मेरी शुभकामनाएं।
— इन्दरसिंह परमार (@Indersinghsjp) March 29, 2022
गौरतलब है कि एमपी प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड द्वारा ऑनलाइन ली गई मप्र प्राथमिक शिक्षक पात्रता (वर्ग-3) परीक्षा बीते शनिवार को समाप्त हो गई। इसमें प्रदेश भर से करीब करीब नौ लाख 37 हजार उम्मीदवार शामिल हुए थे। लेकिन 25 मार्च का एक प्रशनपत्र का कम्प्यूटर स्क्रीन का स्क्रीन शाट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इससे पहले कृषि विभाग की परीक्षा का पेपर भी लीक हुआ था। जिसके बाद परीक्षा को निरस्त कर दिया गया था। इसी को लेकर अब शिक्षक पात्रता परीक्षा को निरस्त कर दोबारा कराए जाने की मांग की जाने लगी है। खास तौर पर कांग्रेस ट्वीटर कर लगातार सरकार पर हमला बोल रही है। कांग्रेस ने शिक्षक पात्रता परीक्षा को निरस्त कर और मामले की जांच करने की मांग की है।
व्यापमं पर फिर उठे सवाल
व्यापमं की ऑनलाइन परीक्षा का ठेका एजुक्विटी कैरियर टेक्नोलॉजी को दिया गया था। तो वही परीक्षा के परीक्षा केंन्द्र तैयार करने का जिम्मा साईं एजुकेयर कंपनी को दिया गया था। लेकिन पेपर लीक होने के बाद व्यापमं पर फिर सवाल उठने लगे है। क्योंकि जब भी कोई परीक्षा होती है तो परीक्षा केंन्द्रों पर जेमर लगाए जाते है, ताकी इंटरनेट गतिविधियां बंद हो जाएं। लेकिन इसके बाद भी पेपर व्हाट्सएप पर तेजी से वायरल होता रहा।
क्या कहना है अधिकारियों का
मामले को लेकर दावा किया जा रहा है कि कंपनी के कर्मचारियों द्वारा पेपर लिक किया गया है। क्योंकि कंपनी के कर्मचारियों के पास सब कुछ था। फिलहाल मामले में जांच के आदेश जारी कर दिए गए है। जांच होने के बाद परीक्षा निरस्त करने और दोबारा परीक्षा आयोजित कराने का फैसला लिया जाएगा। वही आइएएस आइसीपी केशरी ने एक ट्वीटर का रिप्लाई करते हुए लिखा है कि पूर्ण जांच की जा रह है।
इतनी गोपनीय होती है परीक्षा
पीईबी की ओर से मप्र शिक्षक पात्रता परीक्षा आनलाइन आयोजित की गई थी। जिसमें अभ्यर्थियों को कंप्यूटर पर आनलाइन परीक्षा देनी होती है। परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे भी लगे होते हैं। साथ ही जब भी अभ्यर्थी कंप्यूटर पर क्लिक करेगा, उतनी बार उसका स्क्रीन शॉट अपने आप कैप्चर हो जाएगा। वह स्क्रीन शॉट सिस्टम से मुख्य सर्वर में ले लिया जाता है और इन सभी स्क्रीन शॉट को पीईबी के पास भेजा जाता है। फिर उस एक-एक स्क्रीन शॉट को मैच किया जाता है। इस तरह से इस परीक्षा को गोपनीय रखा जाता है।