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सोयाबीन का समर्थन मूल्य 4892 करने से नाखुश किसान: 6000 रुपए करने की मांग पर अड़े, फिर शुरू करेंगे आंदोलन

MP Soybean MSP: सोयाबीन की MSP 4892 रुपए करने से नाखुश किसान, 6000 रुपए करने की मांग पर अड़े, फिर से बड़े आंदोलन की चेतावनी

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Rohit Sahu
सोयाबीन का समर्थन मूल्य 4892 करने से नाखुश किसान: 6000 रुपए करने की मांग पर अड़े, फिर शुरू करेंगे आंदोलन

MP Soybean MSP: मध्य प्रदेश में सोयाबीन की खरीद के लिए 4892 रुपये प्रति क्विंटल की दर से समर्थन मूल्य की मंजूरी मिली हुई है, लेकिन किसान इसके लिए 6000 रुपये प्रति क्विंटल की मांग पर अडिग हैं। प्रदेश सरकार कि मांग पर केंद्र ने सोयाबीन के लिए MSP तय की थी। किसान इससे खुश नहीं हैं। किसान संगठनों ने अपनी मांग को लेकर पूरे प्रदेश में आंदोलन की योजना बनाई है। कांग्रेस ने भी आंदोलन को समर्थन देने की बात कही है।

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https://twitter.com/jitupatwari/status/1834206916353860024

16 सितंबर से बड़े आंदोलन की चेतावनी

भारतीय किसान संघ के प्रदेश अध्यक्ष कमल सिंह आंजना ने कहा है कि सरकार द्वारा तय की गई राशि पहले से ही मूल्य आयोग द्वारा निर्धारित की जा चुकी है, लेकिन हमारी मांग है कि सोयाबीन के लिए 6000 रुपये प्रति क्विंटल का समर्थन मूल्य दिया जाना चाहिए। भारतीय किसान संघ के प्रदेश अध्यक्ष कमल सिंह आंजना ने घोषणा की है कि 16 सितंबर को एक बड़ा आंदोलन होगा, जिसमें जिला स्तर पर प्रदर्शन और चक्काजाम किया जाएगा। कांग्रेस पार्टी ने भी किसानों की इस मांग का समर्थन किया है।

केवल 40% खरीदी क्यों 

भारतीय किसान संघ के प्रदेश अध्यक्ष आंजना ने कहा कि सरकार को सोयाबीन का हर एक दाना खरीदना चाहिए, लेकिन सरकार ने 40% खरीदी की शर्त रख दी है, जो किसानों के साथ बेईमानी है। उन्होंने कहा कि सारा सोयाबीन खरीदा जाना चाहिए, न कि सिर्फ 40%, आंजना ने यह भी कहा कि ग्रेडिंग और एफएक्यू (फेयर एवरेज क्वालिटी) के नाम पर किसानों के साथ बेईमानी होती है, क्योंकि मध्य प्रदेश के किसान सोयाबीन को साफ करके लाते हैं, इसलिए मिट्टी का सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने कहा कि उनका संगठन इस पर अंकुश लगाएगा और किसानों के हितों की रक्षा करेगा।

20 सितंबर से आंदोलन की तैयारी

भारतीय किसान संघ और संयुक्त किसान मोर्चा ने सोयाबीन के समर्थन मूल्य की मांग को लेकर आंदोलन की घोषणा की है। भारतीय किसान संघ 16 सितंबर को सभी जिलों में रैली और ज्ञापन देगा, जबकि संयुक्त किसान मोर्चा 20 से 27 सितंबर तक जिलों में ज्ञापन देगा और 28 सितंबर को कॉर्पोरेट विरोधी दिवस मनाएगा। इसके अलावा, 30 सितंबर को भोपाल में एमएसपी की कानूनी गारंटी की मांग को लेकर एक दिवसीय धरना दिया जाएगा।

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आंदोलन के समर्थन में कांग्रेस

कांग्रेस पार्टी भी किसानों के समर्थन में उतरी है। 13 सितंबर को नर्मदापुरम में किसान न्याय यात्रा का आयोजन किया जाएगा, जिसमें नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और अरुण यादव शामिल होंगे। 20 सितंबर को सभी जिलों में किसान न्याय यात्रा निकाली जाएगी, जिसमें ट्रैक्टर रैलियां भी निकाली जाएंगी। बता दें संयुक्त किसान मोर्चा देश के 550 किसान संगठनों का एक मंच है, जिसमें मध्य प्रदेश के 25 किसान संगठन जुड़े हुए हैं।

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