(शाजापुर से आदित्य शर्मा की रिपोर्ट): शाजापुर जिला मुख्यालय सहित तहसील मुख्यालय शुजालपुर, आगर, सुसनेर, नलखेड़ा न्यायालय परिसर में राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं म.प्र. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के निर्देशानुसार नेशनल लोक अदालत का सफल आयोजन किया गया। नेशनल लोक अदालत में कुल 13888 प्रकरण निराकृत हुए। वही 05 करोड़ 47 लाख 77 हजार 770 रू. मात्र (54777770) रूपये के अवार्ड पारित किए गये। नेशनल लोक अदालत में 1436 से अधिक व्यक्ति लाभान्वित हुए।
जिले व तहसीलों की 23 न्यायिक खण्डपीठ बनाई गई थी तथा उपभोक्ता फोरम से संबंधित मामलों के निराकरण हेतु पृथक से खण्डपीठ क्रमांक 24 बनाई गई थी। नेशनल लोक अदालत का आयोजन प्रभारी प्रधान जिला न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष मोहम्मद अजहर के मार्गदर्शन में किया गया।
नेशनल लोक अदालत में अपराधिक राजीनामा योग्य प्रकरण, परक्राम्य अधिनियम की धारा 138 के चेक बाउन्स प्रकरण, बैंक ऋण वसूली/रिकवरी संबंधी मामले, मोटर दुर्घटना क्षतिपूर्ति दावा क्लेम प्रकरण, वैवाहिक विवाद संबंधी प्रकरण, श्रम विवाद प्रकरण, भूमि अधिग्रहण, विघुत एवं जल कर/बिल संबंधी अन्य समस्त प्रकार के राजीनामा योग्य, प्री-लिटिगेशन (मुकदमा पूर्व) प्रकरण आपसी सुलह समझौते के माध्यम से रखे जा कर निराकृत किए गए। नेशनल लोक अदालत में कुल 13888 प्रकरण सुलह समझौते हेतु रखे गये थे। जिसमें से प्री-लिटिगेशन के 10622 प्रकरण मे से 660 प्रकरणों का निराकरण किया गया।
इन प्रकरणों में 11287016 रू. का राजस्व प्राप्त हुआ। इसी प्रकार न्यायालय में 3266 लंबित प्रकरण में से 672 लंबित प्रकरणों का निराकरण किया जा कर 43490754 रू. के अवार्ड पारित किए गए। इस प्रकार कुल 13888 जिले/तहसीलों के समस्त प्रकार के प्रकरणों में राजीनामा करवाया गया। जिसमें से 05 करोड़ 47 लाख 77 हजार 770 रू. मात्र (54777770) रूपये अवार्ड राशि वसूल की गई और 2143 से अधिक व्यक्ति लाभान्वित हुए।
नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ प्रभारी प्रधान जिला न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष मोहम्मद अजहर ने किया। इस अवसर पर विशेष न्यायाधीश एवं प्रभारी प्रधान जिला न्यायाधीश मोहम्मद अजहर, जिला न्यायाधीशगण श्रीमती नीतुकांता वर्मा, बृजेष गोयल, प्रवीण शिवहरे, अनिल कुमार नामदेव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव राजेन्द्र देवड़ा, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट आशीष परसाई, न्यायाधीश आदिल अहमद खान, सुश्री हर्षिता जैन, डॉ स्वाती चौहान, अनिरूद्ध जैन, सुश्री उर्वषी यादव, जिला विधिक सहायता अधिकारी फारूक अहमद सिद्दीकी, अन्य अधिवक्ता, न्यायालय के कर्मचारीगण, बैंक, विधुत विभाग के अन्य अधिकारी कर्मचारी भी मौजूद थे।