(शाजापुर से आदित्य शर्मा की रिपोर्ट): जीवन में हर स्तर पर साहस की आवश्यकता होती है। जो गलत होता है, उसे नकारना सीखें। यदि व्यक्ति ने गलत को नकारना नहीं सीखा तो वह काम के साथ न्याय नहीं कर पाएगा। जो साहसी नहीं होते हैं, उनमें सदा डर का भाव बना होता है। यह बात प्रख्यात मोटिवेशनल स्पीकर डॉ. नंदितेश निलय ने स्थानीय कौटिल्य एजुकेशनल एकेडमी में प्रेरक व्याख्यान देते हुए कही। उन्हाैने कहा कि बेहतर इंसान बनने के लिए सभी को साहसी बनना होगा। जिसके अंदर साहस होता है, वही अपने सपनों को साकार कर सकता है। जिंदगी का मुकाबला साहस के साथ करना होगा।जो साहसी नहीं होते हैं, उनमें सदा डर का भाव बना होता है।
डॉ.नंदितेश निलय ने कलेक्टर दिनेश जैन की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि उनके द्वारा किये गये कार्य केवल रिकार्ड बनाने के उद्देश्य से नहीं किये गये हैं, बल्कि कार्यों के कारण रिकार्ड बना है। उन्होंने कहा कि आपका शरीर माता-पिता का दिया हुआ शरीर है। आप केवल इस शरीर के वाहक हैं। जिसने जन्म दिया है उसके ऋणि होकर उनकी सेवा की जाना चाहिये। जो परिवार में रहते हैं, उन्हें हराने की कोशिश नहीं की जाना चाहिये। रिश्तों को हराने में जीत नहीं है, बल्कि घर का हारा जग जीतता है। इस मौके पर उन्होंने जीवन जीने के आसान तरीके बताए। साथ ही उपस्थित जनों को गुटखा, सिगरेट, शराब, हीनता, जलन और घमण्ड से हमेशा दूर रहने का संकल्प दिलाया।
इस अवसर पर पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष अम्बाराम कराड़ा ने संबोधित करते हुए जीवन प्रबंधन के सूत्र को आत्मसात करने की जरूरत बतायी। साथ ही उन्होंने बताया कि यदि संकल्प मजबूत होगा, तो व्यक्ति सफलता के हर सौपान को पार करते हुए शिखर तक पहुंचेगा। इस दौरान जिला प्रशासन की ओर से डॉ. निलय को स्मृति चिन्ह भी भेंट किया गया। वहीं कलेक्टर दिनेश जैन ने कहा कि जिले के अधिकारियों एवं कर्मचारियों सहित अन्य संगठनों, जनप्रतिनिधियों, विद्यार्थियों आदि को व्याख्यान से लाभ प्राप्त होगा।
इस अवसर पर नगर पालिका उपाध्यक्ष पं.संतोष जोशी, जिला पंचायत सीईओ श्रीमती मंजूषा विक्रांत राय, एडीएम अजीत श्रीवास्तव, एसडीएम नरेन्द्र नाथ पाण्डेय, शुजालपुर एसडीएम सत्येन्द्र प्रसाद सिंह, जिला होमगार्ड कमाण्डेन्ट विक्रम सिंह मालवीय, जिला कोषालय अधिकारी जीएल गुवाटिया, जिला परिवहन अधिकारी एपी श्रीवास्तव, ईई पीआईयू कोमल भूतड़ा व ईई पीएचई विजय सिंह चौहान, कौटिल्य विद्यालय के संचालक निलेश यादव, श्रीमती राशि यादव सहित अन्य विभागों के अधिकारी एवं बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक और विद्यार्थीगण मौजूद थे।