MP High Court Sarvottam Suyash Clinic Center: दरअसल, अगस्त 2024 को शाजापुर हाट मैदान स्थित फर्टीलिटी सर्वोत्तम सुयश क्लिनिक सेंटर (Sarvottam Suyash Clinic Center) को प्रशासन ने सील किया था। जिसके खिलाफ मप्र हाईकोर्ट (High Court Action) की इंदौर खंडपीठ (Indore Bench) में याचिकाकर्ता द्वारा चुनौती दी गई थी। जिस पर सुनवाई करते हुए जस्टिस सुबोध अभ्यंकर (Justice Subodh Abhyankar) की अदालत ने कहा हैं कि जांच टीम द्वारा प्राकृतिक न्याय के सिद्धांतों का पालन किए बिना अव्यवस्थित तरीके से आदेश जारी किया गया।
सील करने नहीं दी थी पूर्व सूचना
जस्टिस सुबोध अभ्यंकर (Justice Subodh Abhyankar) ने यह भी कहा कि जहां तक याचिकाकर्ता के परिसर को सील (Sil) करने का सवाल है, याचिकाकर्ता को कोई पूर्व सूचना नहीं दी गई थी। सुनवाई का कोई अवसर नहीं दिया था। क्लीनिक का पंजीकरण (Rajistretion) भी निरस्त कर दिया गया। टीम ने जवाब में ये भी नहीं बताया कि कानून (Law) के किस प्रावधान के तहत क्लिनिक (Clinic) सील किया।
मार्च 2027 तक वैध था पंजीयन-लाइसेंस
क्लीनिक का पंजीयन व लाइसेंस मार्च 2027 तक वैध था। ये प्रजनन केंद्र के रूप में संचालित था, इसलिए मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेग्नेंसी (Medical termination of pregnancy) (MTP) पंजीयन का अनुरोध किया था, लेकिन इस पर निर्णय नहीं लिया। याचिकाकर्ता को अग्नि, जीवन सुरक्षा का ऑडिट (Audit) कराने व उसकी रिपोर्ट देने के लिए नोटिस दिया था। जिसका याचिकाकर्ता ने विधिवत पालन भी गया था।
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ये है पूरा मामला
– स्वास्थ्य विभाग से इस क्लिनिक को अनुमति दी गई थी कि यहां मरीजों को परामर्श (Consultation) दें, लेकिन लंबे समय से प्रशासन को शिकायत मिल रही थी कि यहां प्रसुताओं (Mothers) को भर्ती कर डिलीवरी (Delivery) की जा रही है।
– ये क्लीनिक महिला चिकित्सक डॉ. स्मिता सिंह (Dr. Smita Singh) का है। वे शाजापुर शासकीय जिला अस्पताल (Shajapur Government District Hospital) में भी पदस्थ हैं। इन पर पहले भी मरीजों के आरोप थे कि ये जिला अस्पताल में डिलीवरी न करते हुए अपने निजी क्लीनिक प्रसुताओं की डिलीवरी करती हैं।
– जांच में प्रशासन को क्लीनिक में बेड (Bed) लगे मिले, इसके अलावा मेडिसिन (Medicine ), बॉटल (bottle) भी मिली जो प्रसुताओं को डिलीवरी के समय देते है। दवाइयों का क्लिनिक पर कोई रिकार्ड (Record) भी नहीं था। ऐसे में जिसे टीम ने दवाई भी जब्त की थी।
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