MP Shajapur CPR
शाजापुर/आदित्य शर्मा की रिपोर्ट। जिला मुख्यालय स्थित पुलिस लाईन में एसपी जगदीश डावर के निर्देशन में पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को विपरीत परिस्थितियों में हृदय गति रूक जाने के बाद जीवन रक्षा करने के संबंध में अपनाई जाने वाली तकनीक का 255 पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रशिक्षण विशेषज्ञों द्वारा दिया गया।
CPR training
एसपी जगदीश डावर ने कहा कि जीवन रक्षक सीपीआर का सही ज्ञान और इसका सही समय पर प्रयोग मरीजों की जीवन रक्षा की दिशा में पहला कदम होता है और ऐसी स्वास्थ्य संबंधी कार्यशालाओं से कर्मचारियों का ज्ञानवर्धन होता है। उन्होंने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि आज व्यक्ति को संवेदशील होने की आवश्यकता है, हमें लोगो के प्रति सेवा का भाव व मानवीय पहुल को लेकर काम करना होगा। फिल्मों में जो पुलिस का नेगेटिव रोल दिखाया जाता है उसी से समाज में गलत मैसेज जाता है जबकि पुलिस अच्छे से अच्छा काम करती है।
SP Jagdish Dawar
एसपी डावर ने बताया कि सीपीआर इमरजेंसी की हालत मे इस्तेमाल की जाने वाली एक मेडिकल थैरेपी की तरह है। डॉ.सचिन नायक ने कहा कि सीधे शब्दों में कहें तो कई बार किसी व्यक्ति की अचानक सांस रुक जाती है या फिर कार्डिएक अरेस्ट की स्थिति में किसी को सांस नहीं आती तो सीपीआर दिया जाता है। जिसकी वजह से लोगों की जान बचाई जा सकती है। एक तरह से सीपीआर में बेहोश व्यक्ति को सांसें दी जाती हैं। जिससे फेफड़ों को ऑक्सीजन मिलती है। साथ ही इससे शरीर में पहले से मौजूद ऑक्सीजन वाला खून संचारित होता रहता है।
Madhya Pradesh CPR
डॉ.बी.एस.मैना ने कहा कि अगर व्यक्ति की सांस या धड़कन रुक गई है तो पर्याप्त ऑक्सीजन के बिना शरीर की कोशिकाएं बहुत जल्द खत्म होने लगती हैं और गंभीर व्यक्ति की मौत भी हो जाती है। ऐसी स्थिति में अगर सीपीआर दिया जाता है इससे जान बचने की संभावना बढ़ जाती है। सीपीआर कोई दवा या इंजेक्शन नहीं है। डॉ.गोविन्द शर्मा ने मानसिक स्वास्थ्य को लेकर महत्वपूर्ण आवश्यक जानकारिया देकर मानसिक रॊग के उपचार संबंधी टिप्स दिए।
How to give CPR
इस अवसर पर एसपी जगदीश डावर ने डॉक्टरो की टीम को उनके अभूतपूर्व कार्य करने के लिये उनकी सराहना की। इस दौरान डॉ.आलोक सक्सेना, लालघाटी थाना प्रभारी आर.के.सिन्हा, यातायात थाना प्रभारी सत्येन्द्र राजपूत, सूबेदार सीमा मोर्या, दीपिका डावर सहित कर्मचारीगण उपस्थित थे कार्यशाला का संचालन आरआई विक्रम सिंह भदोरिया ने किया।