भोपाल। प्रदेश समेत पूरे देश में कोरोना महामारी के कारण लंबे समय से स्कूल बंद हैं। हालांकि बड़ी कक्षाओं के बच्चों के लिए भले ही स्कूल खोल दिए गए हों लेकिन 1 से लेकर 8वीं तक के बच्चों की अभी भी ऑनलाइन क्लासेस ही चलाई जा रही हैं। वहीं अब प्रदेश में 1 से 8वीं तक के बच्चों के लिए स्कूल खुलने के संकेत मिलने लगे हैं। इसको लेकर तैयारी की जा रही है। इसकी जानकारी स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने दी है। स्कूली शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि प्रदेश सरकार अगले माह से कक्षा छह से आठ तक के लिए स्कूलों को फिर से खोलने पर विचार कर रही है। सरकार ने इससे पहले जुलाई के अंतिम सप्ताह में प्रदेश में 9 से 12 तक की कक्षाओं के लिए स्कूलों को 50 प्रतिशत उपस्थिति और सप्ताह में तय दिनों की शर्त के साथ फिर से खोल दिया है। परमार ने कहा कि अगले महीने के मध्य से विद्यालयों में कक्षा 6 से 8वीं तक की कक्षाओं को भी खोल दिया जाएगा। इस पर सरकार अभी विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि यह निर्णय महामारी को देखते हुए लिया जाएगा। स्कूली शिक्षा मंत्री का बयान ऐसे समय आया है जब प्रदेश के निजी स्कूल सभी कक्षाओं के लिए स्कूल फिर से खोलने की मांग कर रहे हैं।
स्कूल खोलने की मांग
मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल से संबद्ध कम से कम 45000 निजी स्कूलों ने कोविड-19 के सुरक्षा संबंधी उपायों के अनुपालन के साथ सभी कक्षाओं के लिए स्कूल फिर से खोलने की मांग को लेकर दो सितंबर से प्रदेश भर में धरना प्रदर्शन करने की घोषणा की है। परमार ने कहा कि वह स्कूलों को फिर से खोलने की योजना पर इस महीने के अंत तक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मंजूरी लेंगे। उन्होंने कहा, माध्यमिक स्कूलों को सप्ताह के तय दिनों में विद्यार्थियों की सीमित संख्या के साथ खोलने की हमारी योजना है। इसके बाद हम प्राथमिक विद्यालयों की कक्षाओं को सुरक्षा उपायों के साथ फिर से शुरु करने के बारे में सोचेंगे।मध्य प्रदेश प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन (एमपीपीएसए) द्वारा सभी कक्षाओं के लिए स्कूलों को तुरंत फिर से खोलने की मांग के बारे में पूछे जाने पर, परमार ने कहा कि सरकार उस तरह से सोच रही है लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति को भी ध्यान में रखना है। उन्होंने कहा कि सरकार कक्षा 9 से 11 के विद्यार्थियों के लिए कक्षा के सप्ताह में निर्धारित दिनों की संख्या बढ़ाने के बारे में भी सोच रही है।
डेढ़ साल से बंद हैं छात्रों के स्कूल
बता दें कि कोरोना महामारी के बाद से प्राइमरी छात्रों के लिए स्कूल बंद हैं। तभी से छात्रों की ऑनलाइन कक्षाएं चलाई जा रही हैं। अब कोरोना संक्रमण कम होने के बाद एक बार फिर स्कूलों को खोलने पर विचार किया जा रहा है। हालांकि इस दौरान स्कूल में कोरोना नियमों का पालन किया जाएगा। हर दिन 50-50 प्रतिशत क्षमता के साथ छात्रों को बुलाया जाएगा। इसके तहत अगर किसी कक्षा में 30 बच्चे हैं तो एक दिन 15 बच्चों को पढ़ाया जाएगा। इसके साथ ही अगले दिन अन्य 15 बच्चों की कक्षाएं लगाई जाएगी। साथ ही छात्रों को स्कूल में आने के लिए अभिभावकों की अनुमति भी लेनी होगी।