भोपाल। MP School Greading News एमपी अजब है सबसे गजब है… ये शब्द चरितार्थ होते नजर आ रहे हैं। दरअसल राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे (नेशनल अचीवमेंट सर्वे- एनएसए) ने अपनी रिपोर्ट जारी कर दी है जिसमें एमपी को पूरे देश में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के मामले में पांचवा स्थान मिला है। लेकिन अब इसे पहले पायदान पर लाने के लिए एमपी ने कमर कस ली है। जिसके बाद इसके लिए सर्वे किया गया है। जिसमें जिलेवार सर्वें किया गया है। एनएसए की रिपोर्ट के अनुसार एमपी को पांचवा स्थान मिला है। एमपी में जो ग्रेडिंग की गई है जिसमें पहली बार कक्षा 9 वीं से 12वीं तक के स्कूलों की जिलेवार ग्रेडिंग शुरू की है।
बीते सप्ताह आए हैं परिणाम —
आपको बता दें इस एनएसए द्वारा बीते हफ्ते इसके परिणाम भी सामने आए हैं। इसमें अपेक्षाकृत छोटे जिले दमोह, सिंगरौली, नरसिंहपुर, सागर, छिंदवाड़ा शीर्ष पांच जिलों में शामिल हैं। वहीं, बड़े शहरों में इंदौर आठवें, भोपाल 19वें, ग्वालियर 17वें और जबलपुर 29वें स्थान पर हैं।
चार स्तर पर होती है ग्रेडिंग —
दरअसल राज्य का स्कूल शिक्षा विभाग स्कूलों के खराब प्रदर्शन करने वाले स्कूलों में सुधार करने और उन्हें पहचानने के लिए प्राथमिक, माध्यमिक, हाईस्कूल व हायर सेकंडरी स्कूलों की हर तीन माह में ग्रेडिंग कर रहा है। ताकि ग्रेडिंग के आधार पर उनका सुधार किया जा सके। जिन भी स्कूलों की ग्रेडिंग खराब आई है तो उन जिलों की जिलेवार अधिकारियों प्राचार्यों की बैठक बुलाकर परिणाम में सुधार करने के निर्देश दिए हैं।
ऐसे होते हैं ग्रेडिंग —
ए-प्लस –अति उत्कृष्ट (90 –100)
ए –अच्छा (75 –89)
बी –संतोषजनक (60 –74)
सी –औसत (50 –59)
डी –खराब (00 –49)
ग्रेडिंग का आधार –
यह ग्रेडिंग 10वीं व 12वीं के बोर्ड परीक्षा का परिणाम, सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों का निराकरण, वोकेशनल पाठ्यक्रम में नामांकन, निष्ठा प्रशिक्षण, इंस्पायर अवार्ड, स्कूलों में टेबलेट की उपलब्धता, ब्रिज कोर्स, नामांकन एवं ठहराव आदि के आधार पर की गई है।
बड़े शहर पिछड़े —
प्रदेश का एक भी जिला हायर सेकंडरी में ए-प्लस ग्रेड में शामिल नहीं है। तो वहीं, 19 जिलों को ए ग्रेड तो 31 जिलों को बी-ग्रेड मिली है। सिर्फ खरगोन ऐसा जिला है जिसे सी-ग्रेड मिला है। सी ग्रेड का मतलब ऐसा जिला जिसका प्रदर्शन सबसे खराब रहा है। बड़े शहरों में इंदौर सबसे आगे है। इंदौर 77.4 अंक लाकर प्रदेश में आठवें स्थान पर है। तो वहीं भोपाल 75.1 अंक लाकर 19वें स्थान पर है। ग्वालियर तो 76 और जबलपुर को 73 अंक मिले हैं।
10 जिले जिन्हें ए ग्रेड मिली
जिला – अंक – स्थान
दमोह – 83.2 – 1
सिंगरौली – 81.6 – 2
नरसिंहपुर – 81.5 – 3
सागर – 81.2 – 4
छिंदवाड़ा – 81.1 – 5
पन्ना – 79.7 – 6
मंदसौर – 77.4 – 7
इंदौर – 77.3 – 8
देवास – 77.3- 9
नीमच – 77.2 -10
सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले जिले –
जिला – अंक – स्थान
खरगोन – 57 – 52
झाबुआ – 61.3 – 51
बड़वानी – 63.1 – 50
निवाड़ी – 64.6 – 49
बुरहानपुर – 64.8 – 48
श्योपुर – 65.1 – 47
भिंड – 65.7 – 46
मुरैना – 65.9 – 45
शिवपुरी – 67.4 – 44
मंडला – 67.4 – 43