भोपाल। मध्यप्रदेश में स्कूल शिक्षा विभाग MP School Education Department पहली से 8वीं तक के कोर्स में बदलाव की तैयारी में है। इसके तहत अब इन विद्यार्थियों के कोर्स में प्रोजेक्ट शामिल किए जाएंगे। यह प्रोजेक्ट विद्यार्थी अपने घर से बनाकर स्कूल में जमा करा सकते हैं। प्रोजेक्ट बनाकर स्कूल में जमा कराने पर विद्यार्थियों को नंबर दिए जाएंगे, जो उनकी वार्षिक परीक्षा के नंबरों में शामिल होंगे। इस तरह कक्षा 1 से लेकर 8 तक के कोर्स को सरल किया जा रहा है। लॉकडाउन के कारण लगातार स्कूल नहीं लगने के बाद विभाग ने यह फैसला लिया है।
हर विषय में प्रोजेक्ट वर्क करेंगे
अब सीबीएसई की तर्ज पर मप्र बोर्ड के पहली से आठवीं तक के बच्चे भी हर विषय में प्रोजेक्ट वर्क करेंगे। अब हर विषय में 40 फीसदी कोर्स को प्रोजेक्ट आधारित किया गया है, जिसे विद्यार्थियों को गृह कार्य में तैयार करने के लिए दिया जाएगा। वहीं 60 फीसदी कोर्स कक्षा आधारित होगा, जिसे आनलाइन पढ़ाया जा सकता है।
वेबसाइट पर अपलोड कर दिया
गौरतलब है कि प्रदेश में दीपावली के बाद स्कूल खुलने की संभावना है, लेकिन वो भी सप्ताह में दो से तीन दिन ही बच्चों को बुलाया जाएगा। इस संबंध में राज्य शिक्षा केंद्र ने पाठ्यक्रम को पुर्ननियोजन कर वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है। सभी जिले के स्कूलों में निर्देश जारी कर दिए हैं। बता दें कि सामान्य दिनों में स्कूल 200 या 220 दिन लगते हैं। इस बार 100 से भी कम दिन लगने वाले हैं।
हर पाठ में दो-तीन प्रोजेक्ट
पहली से आठवीं कक्षा में हिंदी, अंग्रेजी, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, गणित आदि सभी विषयों में प्रोजेक्ट होगा। सभी विषयों के हर पाठ में दो से तीन प्रोजेक्ट बनाने के लिए दिया जाएगा। अभी तक 9वीं से 12वीं तक में ही प्रोजेक्ट दिया जाता है।
गृह कार्य के लिए तैयार किया गया
राज्य शिक्षा केंद्र के आयुक्त लोकेश कुमार जाटव का कहना है कि वर्तमान में कोरोना महामारी के कारण स्कूल खुलने की संभावना कम है, इसलिए पहली से आठवीं तक के कोर्स को 60 फीसदी कक्षा आधारित और 40 फीसदी गृह कार्य के लिए तैयार किया गया है।