भोपाल। प्रदेश के सरकारी स्कूल MP School Big News भी अब हाईटेक होने जा रहे हैं। जी हां अब सभी MP sarkari school सरकारी स्कूलों में टीचर्स और बच्चों की उपस्थिति आनलाइन दर्ज होगी। govt school इसके लिए आदेश जारी कर दिए गए हैं। जो 11 अक्टूबर से लागू कर हो जाएंगे। आपको बता दें इसके लिए एम शिक्षा मित्र एप M shiksha Mitra का उपयोग किया जाएगा। जिसके जरिए अटेंडेंस यानि उपस्थिति दर्ज की जाएगी। शिक्षा विभाग का मानना है कि इससे सभी सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार आएगा। शिक्षकों की उपस्थिति प्रधान अध्यापक की मौजूदगी में एप के जरिए लगाई जाएगी।
सभी सरकारी स्कूलों में लागू होगी व्यवस्था —
आपको बता दें प्रदेश के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों व विद्यार्थियों की उपस्थिति आनलाइन दर्ज कराने के लिए शिक्षक ‘एम शिक्षा मित्र’ एप के का उपयोग करेंगे। जिसे लेकर राज्य शिक्षा केंद्र ने गुरुवार को आदेश जारी कर दिए हैं। इसके साथ-साथ विभाग ने आनलाइन स्टूडेंट अटेंडेंस सिस्टम (एसएएस) माड्यूल को एप पर तैयार किया है।
इन कक्षाओं के लिए है लागू —
फिलहाल ये आनलाइन उपस्थिति की प्रक्रिया कक्षा पहली से आठवीं कक्षा के बच्चों के लिए लागू की गई है। इससे पहले वर्ष 2020 में भी स्कूल शिक्षा विभाग ने एम शिक्षा मित्र एप के माध्यम से बच्चों और शिक्षकों की उपस्थिति आनलाइन लगाना जरूरी किया था। पर उस दौरान शिक्षकों के विरोध और कोरोना काल के कारण यह संभव नहीं हो सका था। इसके बाद विभाग ने बीते 29 अगस्त से शाजापुर, छिंदवाड़ा एवं बड़वानी जिले में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में यह व्यवस्था शुरू की। तीनों जिलों में व्यवस्था सफल रही। इसकी सफलता को देखते हुए राज्य शिक्षा केंद्र ने पूरे प्रदेश के सरकारी स्कूलों में आनलाइन उपस्थिति को अनिवार्य रूप से लागू कर दिया है।
क्या है आदेश में —
आपको बता दें आदेश में लिखा है कि विद्यार्थियों की प्रतिदिन उपस्थिति दर्ज करने का सिस्टम विकसित कर विद्यार्थियों की औसत उपस्थिति को देखते हुए गुणवत्ता युक्त शिक्षा को प्रभावी बनाया जाएगा। कमजोर उपस्थिति वाले छात्रों की जानकारी एकत्रित कर कारणों का अध्ययन कर समाधान निकाला जाएगा।
जहां नहीं मोबाइल नेटवर्क, नहीं रहेगी समस्या —
आनलाइन उपस्थिति के लिए मोबाइल एप का होना जरूरी है। लेकिन जिन गांव के स्कूलों में सर दूरस्थ क्षेत्रों में सामान्यत: मोबाइल नेटवर्क नहीं होता है वहां के लिए मोबाइल एप को इस तरह डिजाइन किया गया है, कि इसे आफलाइन भी उपयोग किया जा सके। यूजर के नेटवर्क एरिया में आने पर डेटा स्वत: अपलोड हो जाएगा।
इस तरह होगी उपस्थिति दर्ज —
आनलाइन उपस्थिति के लिए एम शिक्षा मित्र एप के माध्यम से शाला प्रारंभ होने के एक घंटे के अंदर विद्यार्थियों की उपस्थिति दर्ज की जाएगी। इतना ही नहीं शिक्षकों की उपस्थिति प्रधान अध्यापक की मौजूदगी में एप के जरिए लगाई जाएगी। इस एप का फायदा ये होगा एक तो पहली तो शिक्षकों की उपस्थिति का पता चलेगा तो दूसरा मैन्यूअल काम कम हो जाएगा। इससे शिक्षकों व बच्चों की स्कूल में प्रतिदिन उपस्थिति पता चल सकेगी। इतना ही नहीं शाम 5 बजे के बाद किसी भी बच्चे की उपस्थिति दर्ज होगी। एप पर कक्षावार शाला में दर्ज बच्चों की जानकारी समग्र शिक्षा पोर्टल पर दर्ज नामांकन अनुसार होगी।
क्या कहना है अधिकारियों का —
राज्य शिक्षा केंद्र के संचालक धनराजू एस के अनुसार बच्चों और शिक्षकों की आनलाइन उपस्थिति दर्ज होने से शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार आएगा। इससे बच्चों व शिक्षकों की उपस्थिति का पता चल सकेगा। इतना ही नहीं ई-अटेंडेंस का विरोध नहीं कर रहे हैं। इसमें तकनीकी समस्याएं आती हैं। इसके बदले बायोमेट्रिक अटेंडेंस की सुविधा दी जानी चाहिए। मोबाइल नेटवर्क नहीं मिल पाता है। इस कारण कई बार अनुपस्थिति लग जाती है।