MP Scholarship Scheme: स्कूल शिक्षा विभाग की समेकित छात्रवृत्ति योजना के तहत शनिवार (14 दिसंबर) को 60 लाख छात्रों को 332 करोड़ रुपये मिलेंगे। मुख्यमंत्री मोहन यादव मऊगंज जिले में राज्य स्तरीय कार्यक्रम में यह राशि ट्रांसफर करेंगे। पैसे सीधे विद्यार्थियों के खातों में भेजी जाएगी। वहीं, स्कूलों में टीचर्स की कमी को दूर करने के लिए अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हो गई है।
इन विभागों में को स्कॉलरशिप दी जा रही है
राज्य में समग्र सामाजिक सुरक्षा मिशन के तहत समेकित स्कॉलरशिप स्कीम लागू की गई है। जिसका क्रियान्वयन स्कूल एजुकेशन डिपार्टमेंट द्वारा किया जा रहा है। जिन विभागों में स्कॉलरशिप ट्रांसफर की जाएगी। उनमें अनुसूचित जाति कल्याण, जनजातीय कल्याण, विमुक्त घुमक्कड़, अर्द्ध घुमक्कड़, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण और सामाजिक न्याय विभाग शामिल हैं।
समेकित छात्रवृत्ति योजना में शासकीय और अशासकीय स्कूलों में क्लास 1 से 12 तक छात्रों को छह विभागों में करीब 20 प्रकार की स्कॉलरशिप शिक्षा पोर्टल के माध्यम से दी जा रही है। समेकित छात्रवृत्ति स्कीम में सभी स्टूडेंट्स का नाम समग्र यूनिक आईडी के आधा पर स्कूल के कोड के साथ मैपिंग कर शिक्षा पोर्टल एनआईसी के जरिए तैयार किया गया है।
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स्कूल शिक्षा विभाग दे रहा ये स्कॉलरशिप
- सामान्य निर्धन वर्ग स्कॉलरशिप
- सुदामा प्री-मेट्रिक स्कॉलरशिप
- स्वामी विवेकानंद पोस्ट मेट्रिक स्कॉलरशिप
- सेवानिवृत्त शासकीय कर्मचारियों के बच्चों के लिए छात्रवृत्ति
- पितृहीन कन्याओं की छात्रवृत्ति
- इकलौती बेटी की शिक्षा विकास छात्रवृत्ति
राज्य के शासकीय स्कूलों में नियमित शिक्षक की कमी होने पर गेस्ट टीचर्स की व्यवस्था की गई है। फिलहाल कई स्कूलों में पहले से कार्यरत व शाला विकल्प चयन के माध्यम से अतिथि शिक्षकों की व्यवस्था की गई है। अतिथि शिक्षकों की व्यवस्था के लिए जीएफएमएस पोर्टल पर मेरिट लिस्ट उपलब्ध कराई गई है। इस लिस्ट के आधार पर अतिथि शिक्षकों को स्कूल में बुलाया जाएगा।
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