MP Rajyasabha Candidate: ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे के बाद खाली पड़ी सीट के लिए आज बीजेपी ने उम्मीदवार घोषित कर दिया है। मध्य प्रदेश से जॉर्ज कुरियन राज्यसभा जाएंगे। वे चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल करेंगे। जॉर्ज कुरियन मोदी कैबिनेट में मंत्री हैं। आपको बता दें कि मध्य प्रदेश की एक सीट समेत 12 राज्यसभा सीटों पर वोटिंग होगी। इसके साथ ही 8 और कैंडिडेट्स के नामों की घोषणा की गई है।
कौन हैं जॉर्ज कुरियन ?
मध्यप्रदेश राज्यसभा कैंडिडेट जॉर्ज कुरियन केरल से आते हैं। उनका जन्म एट्टुमानूर के नम्बियाकुलम में हुआ था। उन्होंने कोट्टायम जिले में पढ़ाई की थी। वे सीरो-मलाबार कैथोलिक चर्च के मेंबर हैं। जॉर्ज के पास LLB और मास्टर ऑफ आर्ट्स में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री है। वे सुप्रीम कोर्ट में वकालत भी करते हैं।
केंद्र सरकार में राज्य मंत्री जॉर्ज
जॉर्ज कुरियन मोदी सरकार में मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी और अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री हैं। 9 जून 2024 को उन्होंने NDA सरकार में राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली थी। जॉर्ज कुरियन बीजेपी के साथ 1980 में पार्टी की स्थापना के समय से ही जुड़े हुए हैं।
बीजेपी के कई पदों पर रहे जॉर्ज कुरियन
जॉर्ज कुरियन ने राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष और रेल राज्य मंत्री ओ. राजगोपाल के विशेष कार्य अधिकारी (OSD) के रूप में भी सेवाएं दी हैं। जॉर्ज कुरियन ने बीजेपी के कई पदों पर काम किया है। वे भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारी समिति के सदस्य रहे हैं। वे राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष बनने वाले पहले मलयाली शख्स हैं।
केरल के खाते में कैसे गई राज्यसभा की सीट
मध्यप्रदेश में राज्यसभा भेजे जाने के लिए पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया, डॉ. नरोत्तम मिश्रा, सुरेश पचौरी, चौधरी मुकेश सिंह चतुर्वेदी, केपी यादव, कांतदेव सिंह और रजनीश अग्रवाल के नामों की चर्चा थी। पवैया और नरोत्तम सिर्फ 2 साल के लिए राज्यसभा जाने के लिए राजी नहीं थे। सुरेश पचौरी ने भी इस दौड़ से खुद को अलग कर लिया। केपी यादव के नाम पर संगठन में सहमति नहीं बन पाई। ऐसे में मध्यप्रदेश बीजेपी ने केंद्रीय नेतृत्व पर फैसला छोड़ दिया और राज्यसभा सीट केरल के खाते में चली गई।
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21 अगस्त नामांकन की आखिरी तारीख
14 अगस्त से राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हुई थी। 21 अगस्त नामांकन की आखिरी तारीख है। मध्यप्रदेश में राज्यसभा की 11 सीटें हैं। वर्तमान में बीजेपी के पास 7 और कांग्रेस के पास 3 राज्यसभा सांसद हैं। सांसदों की संख्या के आधार पर सिंधिया की खाली की हुई सीट भी बीजेपी के हिस्से में जाएगी।