MP Politics : मध्यप्रदेश में अगले साल विधानसभा के चुनाव होने है। चुनाव से पहले बीजेपी और कांग्रेस ने वोटरों को लुभाने के लिए हथकंड़े अपनाने शुरू कर दिए है। सीएम शिवराज सिंह लगातार प्रदेश के दौरे पर है, भ्रष्ट, लापरवाह अधिकारियों को मंच से ही सस्पेंड़ कर रहे तो वही पीसीसी चीफ कमलनाथ वादे पर वादे करते जा रहे है। बीते दिनों कमलनाथ ने कहा था की प्रदेश में अगर उनकी सरकार बनती है तो पुरानी पेंशन योजना को लागू करेंगे। इसके साथ ही उन्हेंने किसान कर्ज माफी योजना के तहत सरकार बनते ही किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा, इसके अलावा पुलिस की साप्ताहिक योजना को बंद किया गया है उसे बहाल कर दिया जाएगा।
हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बिजली को लेकर एक बड़ा ऐलान किया है। कमलनाथ ने एक ट्विट करते हुए लिखा है कि शिवराज सरकार द्वारा बंद की गई 100 रूपये में 100 यूनिट बिजली देने वाली योजना को मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार बनते ही फिर बहाल किया जाएगा। कमलनाथ की इस घोषणा को चुनाव के मद्देनजर बेहद अहम माना जा रहा है। बीते 24 घंटों में कमलनाथ का ये तीसरा बड़ा ऐलान है।
पुरानी पेंशन योजना होगी बहाल
मध्य प्रदेश में अप्रैल 2005 में पुरानी पेंशन योजना को बंद करके नई पेंशन योजना लागू की गई थी। पुरानी पेंशन स्कीम में रिटायर्ड कर्मचारियों को भी हर छह महीने में मिलने वाला महंगाई भत्ता मिलता था। नई स्कीम में इसकी व्यवस्था नहीं है। पुरानी पेंशन स्कीम में कर्मचारियों को रिटायरमेंट के समय 20 लाख रुपये तक की ग्रैच्युटी मिलती थी। जबकि नई पेंशन स्कीम में ग्रैच्युटी का अस्थाई प्रावधान है। मध्य प्रदेश के तीन लाख 35 हजार से अधिक शासकीय कर्मचारी लगातार पुरानी पेंशन बहाली की मांग कर रहे हैं। वे सड़कों पर उतरकर कई बार विरोध प्रदर्शन भी कर चुके हैं। खास बात ये है कि कांग्रेस शासन वाले पड़ोसी राज्य राजस्थान और छत्तीसगढ़ में ओल्ड पेंशन स्कीम लागू की जा चुकी है।