रिपोर्ट- सुनील सिंह बघेल
MP Police Data Hack: मध्य प्रदेश पुलिस की वेबसाइट में पाक की घुसपैठ सामने आई है। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो मध्य प्रदेश पुलिस का पोर्टल पाक हैकर्स के निशाने पर है।
हैकर्स इस पोर्टल से डाटा को चोरी करके इसे अंतराष्ट्रीय बाजार में बेच रहे हैं। हैक हुए पोर्टल का डाटा डार्क वेब पर बेचा जा रहा है।
आपको बता दें इस पोर्टल में डाटा में कई तरह की जानकारी होती है। ये जानकारी मध्य प्रदेश पुलिस के लिए काफी जरूरी मानी जाती है।
इस पोर्टल के डाटा में बाहर से आने वालों की पूरी जानकारी होती है। इसी के साथ इसमें होटलों और धर्मशालाओं में रूकने वालों की भी जानकारी होती है।
MP पुलिस ने फिलहाल बंद किया पोर्टल
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मध्य प्रदेश पुलिस ने अभी अपने पोर्टल को बंद कर दिया है। अभी इस पोर्टल पर किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं दिख सकती है।
पोर्टल के बंद होने के बाद हैकर्स इस पर से डाटा को नुकसान नहीं पहुंचा सकते हैं।
केंद्रीय संस्था 14C ने दी जानकारी
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो इस घटना की जानकारी केंद्रीय संस्था ने दी है। केंद्रीय संस्था 14C साइबर क्राइम पर नजर रखती है।
ये संस्था साइबर क्राइम पर नजर रखने के साथ ही उसकी जानकारी भी संबंधित विभाग से शेयर भी करती है। फिलहाल अभी मध्य प्रदेश पुलिस ने डाटा हैकर्स के पास पहुंचने से साफ इंकार कर दिया है।
पहले भी सामने आईं है ऐसी घटना
1. अगस्त 2021 में साइबर हैकर्स ने कथित तौर पर इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट कॉपी कर ली थी। तब मध्य प्रदेश पुलिस ने मुरैना से चार लड़कों को गिरफ्तार किया था।
बताया जाता है कि हैकर्स ने वेबसाइट हैक कर 10000 से ज्यादा मतदाता पहचान पत्र बनाएं हालांकि निर्वाचन आयोग ने ऐसी किसी घटना से इंकार कर दिया था।
2.पाकिस्तान के हैकरों नै 2015, को मध्य प्रदेश पुलिस की वेबसाइट हैक कर ली। खुद को ‘पाकिस्तानी साइबर अटैकर्स’ बताने वाले इन हैकर्स ने जबलपुर पुलिस की वेबसाइट को हैक कर उस पर पाकिस्तानी झंडा और भारत से बदला लेने जैसे कई स्लोगन लगा दिए थे।
3. दिसंबर 2023 में नगरीय प्रशासन विभाग की वेबसाइट हैक कर ली गई थी। इसके चलते भोपाल को छोड़कर 412 नगरी निकायों में 2 महीने तक नागरिक सेवाएं बंद पड़ी रहीं थी।
सूत्रों की माने तो बाद में जांच में यह सामने आया कि विभाग के जिम्मेदार तकनीकी अधिकारियों ने सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी फायरवॉल तक चालू करके नहीं रखा था।
4. पाकिस्तानी हैकर्स इंदौर पुलिस की वेबसाइट भी हैक कर चुके हैं। 2021 में कुख्यात मोहम्मद बिलाल ने इंदौर पुलिस के अधिकारियों के नाम के सामने ‘हैक्ड बाय मोहम्मद बिल्ला फ्री कश्मीर और पाकिस्तान जिंदाबाद’ लिखा था। यही नहीं बल्कि मध्य प्रदेश के DGP और IG इंदौर की प्रोफाइल की जगह तिरंगे झंडे को गलत तरीके से लगा दिया था।
क्या होता है डार्क वेब
केंद्र सरकार द्वारा बताया गया कि एक ख़ुफ़िया रिपोर्ट में पता चला कि नेट का पेपर डार्क वेब पर लीक हुआ था।
आपके मन में भी ये सवाल उठ रहा होगा कि आखिर ये अर्क वेब होता क्या है। डार्क वेब इंटरनेट का वह हिस्सा है जिसे सामान्य सर्च इंजन से एक्सेस नहीं किया जा सकता है।
यह एक छिपा हुआ नेटवर्क है जहाँ गुमनाम रूप से इंटरनेट का उपयोग किया जाता है। डार्क वेब में विभिन्न प्रकार की एक्टिविटीज होती हैं, जिनमें से कुछ कानूनी होती हैं, जैसे गोपनीयता की रक्षा के लिए कम्युनिकेशन, जबकि कुछ अवैध होती हैं।
जैसे ड्रग्स, हथियारों और चोरी की जानकारी की बिक्री। इसे एक्सेस करने के लिए विशेष सॉफ़्टवेयर जैसे टोर (TOR) की आवश्यकता होती है।
जो यूजर्स और उनकी एक्टिविटी को गुमनाम रखता है। डार्क वेब का उपयोग करना जोखिम भरा हो सकता है, इसलिए इसकी जानकारी और इसके उपयोग के दौरान सावधानी बरतनी चाहिए।
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