MP Nursing Scam: नर्सिंग फर्जीवाड़े मामले में मेडिकल यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ. पुष्पराज सिंह बघेल को CBI दिल्ली की एंटी करप्शन विंग ने नोटिस जारी किया है। बता दें कि जांच एजेंसी ने यूनिवर्सिटी की मान्यता और संबंधता से संबंधित जानकारी मांगी है। इसके साथ ही नर्सिंग कॉलेजों के संचालन के लिए निर्धारित मानदंडों की कॉफी भी मांगी है।
शिकायतकर्ता ने लगाई थी जमानत याचिका पर आपत्ति
मामले (MP Nursing Scam) में भोपाल CBI कोर्ट में मलय नर्सिंग कॉलेज की प्राचार्य सुमा भास्करन की जमानत याचिका पर गुरुवार को सुनवाई हुई।
कोर्ट में शिकायतकर्ता की ओर से आरोपी प्राचार्य की जमानत आवेदन पर आपत्ति आवेदन पेश किया गया था।
प्राचार्य पर भ्रष्ट अफसरों से सांठगांठ का आरोप
जानकारी के मुताबिक शिकायतकर्ता ने आरोप लगया कि मलय नर्सिंग कॉलेज की प्राचार्य सीबीआई के भ्रष्ट अधिकारियों से सांठगांठ कर रही थीं
और मामले (MP Nursing Scam) को सैटल कराने के लिए करोड़ों का लेन-देन की जुगत में थीं।
इसके लिए सुमा भास्करन द्वारा CBI की टीम के साथ कई नर्सिंग कॉलेजों के निरीक्षण भी किए गए हैं। ऐसे में उनसे कड़ाई से पूछताछ करना चाहिए।
नर्सिंग घोटाले में CBI इंस्पेक्टर समेत 13 आरोपी जेल में
बता दें, अभी तक नर्सिंग कॉलेज फर्जीवाड़े में सीबीआई इंस्पेक्टर समेत 13 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई।
सभी 13 आरोपी अभी जेल में हैं। इनमें (MP Nursing Scam) से 4 आरोपियों की पहले ही जमानत याचिका खारिज हो चुकी है।
दिल्ली CBI ने 19 मई को की थी कार्रवाई
NSUI लीडर और शिकायतकर्ता रवि परमार ने 15 अप्रैल को सीबीआई कार्यालय में मलय नर्सिंग कॉलेज समेत अन्य कॉलेजों की शिकायत (MP Nursing Scam) की थी।
इसके बाद दिल्ली सीबीआई ने 19 मई को 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। जिसमें एक सीबीआई का इंस्पेक्टर भी शामिल है।
क्या है मामला
मध्य प्रदेश के नर्सिंग कॉलेजों में गड़बड़ियों (MP Nursing Scam) की याचिका पर ग्वालियर हाईकोर्ट ने 364 नर्सिंग कॉलेजों की सीबीआई जांच के आदेश दिए थे। सीबीआई ने 308 नर्सिंग कॉलेज की जांच कर रिपोर्ट सौंपी। जांच रिपोर्ट में 169 नर्सिंग कॉलेजों को सुटेबल, 73 नर्सिंग कॉलेजों को डिफिसेंट और 66 नर्सिंग कॉलेज को अनसुटेबल बताया गया।
मापदंड पूरा नहीं करने वाले कॉलेजों को भी मान्यता
सीबीआई ने कई ऐसे नर्सिंग कॉलेजों (MP Nursing Scam) को भी क्लीन चिट दे दी गई थी जो मान्यताओं पर खरा नहीं उतरे थे। जिस पर एनएसयूआई मेडिकल विंग के प्रदेश समन्वयक रवि परमार ने आपत्ति जताई। उन्होंने 15 अप्रैल को सीबीआई कार्यालय पहुंचकर शिकायत की। इनकी शिकायत के बाद CBI ने कुछ विभागीय लोगों को निशाने पर लिया।
दिल्ली CBI ने इंदौर-भोपाल-रतलाम में डाली रेड
इसके बाद दिल्ली CBI ने इंदौर, भोपाल, रतलाम समेत अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की। इस दौरान सीबीआई का इंस्पेक्टर राहुल राज 10 लाख रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा गया। उन्होंने क्लीन चिट देने के बदले रिश्वत मांगी थी। आगे की कार्रवाई में राहुल राज के घर से तलाशी में 7 लाख 88 हजार कैश और 2 गोल्ड के बिस्किट भी बरामद किए गए।
दो सीबीआई अफसर समेत 13 आरोपी गिरफ्तार हुए
इसके बाद सीबीआई अफसर राहुल राज को रिश्वत देने वाले भोपाल के मलय कॉलेज ऑफ नर्सिंग के चेयरमैन अनिल भास्करन, प्रिंसिपल सुमा भास्करन और एक दलाल सचिन जैन को भी CBI ने गिरफ्तार किया है। अभी तक दिल्ली सीबीआई ने कुल दो सीबीआई निरीक्षक समेत 13 आरोपियों को गिरफ्तार कर रिमांड पर भेज दिया है।
इनकी भी हुई गिरफ्तारी
इसके अलावा रतलाम नर्सिंग कॉलेज के वाइस प्रिंसिपल जुगल किशोर शर्मा और भाभा कॉलेज भोपाल के प्रिंसिपल जलपना अधिकारी को भी गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए एक अन्य आरोपी रविराज भदौरिया के ठिकाने से CBI ने 84.65 लाख रुपए जब्त किए। एक अन्य आरोपी प्रीति तिलकवार के ठिकाने से करीब 1 लाख रुपए और डायरी मिली। सीबीआई की गिरफ्त में आए 13 लोगों में दो सीबीआई अफसर, दो प्रिंसिपल और दलाल भी शामिल हैं।
ये भी पढ़ें: MP News: RGPV, माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय समेत एमपी की 7 सरकारी यूनिवर्सिटी डिफॉल्टर घोषित
ये हैं 13 गिरफ्तार आरोपी
1. राहुल राज, सीबीआई अधिकारी
2. सचिन जैन, दलाल
3. सुमा भास्करन, प्रिंसिपल मलय नर्सिंग कॉलेज
4. अनिल भास्करन, चेयरमैन, मलय नर्सिंग कॉलेज
5. रवि भदौरिया, आरडी मेमोरियल नर्सिंग कॉलेज इंदौर
6. प्रीति तिलकवार
7. वेद प्रकाश शर्मा
8. तनवीर खान
9. ओम गिरी गोस्वामी
10. जुगल किशोर शर्मा, नर्सिंग कॉलेज संचालक
11. राधारमण शर्मा, जुगल किशोर का भाई
12. जलपना अधिकारी, प्राचार्य भाभा नर्सिंग कॉलेज भोपाल
13. सुशील मजोकर, सीबीआई निरीक्षक