बंसल न्यूज। मध्यप्रदेश के 18 जिलों की 46 सीटों पर नगरीय निकाय चुनाव का प्रचार सोमवार शाम से थम गया। इससे पहले दिनभर इन सीटों पर भारी गहमा-गहमी रही। अब मंगलवार 27 सितंबर को वोटिंग होगी। इससे पहले नेताओं ने अपने समर्थन में वोट जोड़ने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है। दरअसल इस चुनाव का असल आने वाले 2023 के विधानसभा चुनाव पर भी पड़ेगा। इसीलिए मध्यप्रदेश की सीएम मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने भी प्रचार में कोई कसर नहीं छोड़ी है।
आदिवासी वोटरों को साधा
यहां हम आपको बता दें कि प्रदेश में जिन 46 नगरीय निकायों चुनाव होना है उनमें आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र सबसे अधिक हैं, जिनमें से छिंदवाड़ा, खरगोन, झाबुआ, मंडला, बालाघाट, उमरिया, सिवनी, अलीराजपुर, खंडवा, बुरहानपुर में जहां बीजेपी ने अपनी ताकत झोंकी है तो वहीं कमलनाथ की बात करें तो उन्होंने छिंदवाड़ा बालाघाट में प्रचार पर ज्यादा ध्यान दिया है। दरअसल दोनों ही पार्टियां आदिवासी वोटरों को साधने में जुटी हुई थीं। ताकि यह वोट कहीं न जा सके। जहां एक ओर सीएम ने शिवराज सिंह चौहान ने कई सभाएं की तो वहीं कमलनाथ ने भी अपने गृह जिले छिंदवाड़ा में तीन दिन डेरा डाले रहे। अब चुनाव में दोनों पार्टियों की साख दांव पर लगी हुई है।
मतदान दल सभी केन्द्रों पर पहुंचे
इस बीच राज्य निर्वाचन आयुक्त बसंत प्रताप सिंह ने मतदाताओं से आग्रह किया है कि निर्भय होकर अपने मताधिकार का उपयोग करें। उन्होंने कहा है कि 18 जिलों के 46 नगरीय निकायों में शांतिपूर्ण मतदान के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। मतदान दल सभी मतदान केन्द्रों में पहुंच गए हैं। मतदान सुबह 7 से शाम 5 बजे तक होगा। मतगणना 30 सितम्बर को सुबह 9 बजे से होगी।
राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री बसंत प्रताप सिंह ने मतदाताओं से आग्रह किया है कि निर्भय होकर अपने मताधिकार का उपयोग करें। उन्होंने कहा है कि 18 जिलों के 46 नगरीय निकायों में शांतिपूर्ण मतदान के लिए सभी तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं। #JansamparkMP pic.twitter.com/MrELWOmaR8
— Jansampark MP (@JansamparkMP) September 26, 2022