MP News: मध्य प्रदेश के वल्लभ भवन यानि मंत्रालय (Vallabh Bhawan Fire) में 9 मार्च को आग लग गई थी. इस आग पर 6 घंटे से ज्यादा समय बाद काबू पाया गया था. आग मंत्रालय की तीसरे और चौथे माले तक फैल गई थी. इसमें कई अहम दस्तावेज जलकर खाक हो गए थे. घटना के बाद सीएम मोहन यादव (CM Mohan Yadav) ने 15 दिन में जांच रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा था. बकायदा इसके लिए टीम गठित हुई थी.
80 दिन बाद भी नहीं मिली जांच रिपोर्ट
मंत्रालय जहां प्रदेश सरकार के सभी मंत्रियों के कार्यालय हैं. उसमें से कई मंत्रियों के चैंबरों में आग की लपटों में कई फाइलें जलीं. घटना को ढाई महीन से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी जांच रिपोर्ट नहीं मिली. इसके लिए सीएम मोहन यादव ने एक जांच समिति भी बनाई थी, लेकिन 80 दिन बाद भी मंत्रालय में लगी आग की जांच रिपोर्ट सरकार को नहीं सौंपी गई है.
15 दिन में 7 सदस्य दें रिपोर्ट
सीएम मोहन यादव के निर्देश पर मध्य प्रदेश सामान्य प्रशासन विभाग की उपसचिव माधवी नागेंद्र ने 9 मार्च को आदेश जारी किया था. जिसमें 7 सदस्यों की कमेटी का अध्यक्ष मोहम्मद सुलेमान को अध्यक्ष बनाया गया था. इसमें गृह विभाग के प्रमुख सचिव संजय दुबे, नगरीय विकास एवं आवास विभाग के प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई, लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव डीपी आहूजा, अतिरिक्त महानिदेशक अग्निशमन आशुतोष राय, भोपाल संभाग आयुक्त पवन शर्मा और भोपाल पुलिस आयुक्त हरिनारायण मिश्र शामिल हैं.
24 मार्च को आनी थी रिपोर्ट
जांच करने वाली कमेटी को घटना की फोरेंसिक रिपोर्ट मई के दूसरे सप्ताह में पूरे 50 दिन बाद मिली. इसके बाद अभी तक जांच टीम ने घटना की विस्तृत रिपोर्ट पेश नहीं की है. जांच रिपोर्ट के लिए अभी और भी इंतजार करना पड़ सकता है. आग लगने की घटना दुर्घटना थी या फिर साजिश इसका पता भी पूरी रिपोर्ट आने के बाद ही चलेगा.
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