MP News: एमपी के शिवपुरी में शुक्रवार को कलेक्ट्रेट में अग्निकांड का मामला सामने आया था. यहां 2 बदमाशों ने आग लगाई थी. घटना के बाद आरोपी सीसीटीवी में कैद हो गए. आज पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया और पूछताछ की. पूछताछ में इस मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. दरअसल आरोपियों ने 30 करोड़ के एक घोटाले की फाइलें जलाने के लिए आग लगाई थी.
भू-अर्जन शाखा का कर्मचारी भी शामिल
पुलिस ने कलेक्ट्रेट के भूअर्जन शाखा और शिकायत शाखा में आग लगाने वाले कम्प्यूटर ऑपरेटर समेत 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनसे जब पूछताछ की तो पता चला कि आग घोटाले की फाइलें जलाने के लिए लगाई गई थी. लोअर नदी परियोजना में मुआवजा घोटाले की फाइलों को जलाने के लिए आरोपियों ने आग लगाई थी. यह घोटाला लगभग 30 करोड़ रुपए का बताया जा रहा है.
एसपी अमन सिंह बोले मेंटेना कंपनी की थी फाइलें
शिवपुरी एसपी अमन सिंह राठौड़ ने कहा कि मेंटेना कंपनी लोअर नदी परियोजना का काम कर रही थी. इसी मामले से जुड़ी मुआवजा घोटाले की फ़ाइल जलाने के लिए कंपनी के कम्प्यूटर ऑपरेटर रूप सिंह परिहार और उसके दो साथियों ने आग लगाई थी. फिलहाल तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपियों ने इसकी साजिश करीब 2 महीने पहले ही रची थी.
कलेक्टर ने दिया था ये बयान
शिवपुरी के कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी ने इस घटना को लेकर कहा थी कि आग नजूल शाखा के कुछ हिस्सों में लगी थी. कलेक्टर के मुताबिक भू-अर्जन के हमारे रिकॉर्ड सुरक्षित हैं, तो कुछ रिकॉर्ड ऑनलाइन मौजूद हैं. जो हमें वापस मिल जाएंगे. कलेक्टर ने आग लगने के पीछे के कारणों का पता लगाने के निर्देश दिए थे. जिसके बाद इस मामले में ये बड़ा खुलासा हुआ है.
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