18 अगस्त का ये वीडियो आपने देखा ही होगा… मंदसौर के गरोठ में कमलेश पाटीदार ने अपनी सोयाबीन की खड़ी फसल पर ट्रैक्टर चला दिया… सोयाबीन के वाजिब दाम न मिलने की वजह से किसान ने ये कदम उठाया था…किसे पता था, गरोठ के एक किसान का दर्द 10 दिन बाद मध्यप्रदेश के पूरे किसानों की आवाज बन जाएगा.. प्रदेश के किसान सोयाबीन की लागत भी नहीं निकाल पा रहे हैं और यही वजह है कि ये समस्या अब एक आंदोलन का रूप ले चुकी है… कई किसान संगठन एक साथ इस मुद्दे को लेकर आगे आ गए हैं, और बड़े आंदोलन की तैयारी में है… इस आंदोलन के बाद क्या सरकार, सोयाबीन के दामों को लेकर कोई फैसला करती है…
सरेंडर नक्सलियों को गिफ्ट: छत्तीसगढ़ में आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों को मिलेगी सैलरी, रहने के लिए घर; ये सुविधाएं
CG Surrender Naxal Reward: छत्तीसगढ़ वर्ष 2026 तक नक्सल मुक्त हो जाएगा। इसकी घोषणा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने की...