सीबीआई (CBI) की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा भोपाल (Anti Corruption Branch, Bhopal) ने 27 मई 2021 को संदीप कपूर सिक्योरिटीज के फील्ड मैनेजर शिवदयाल द्विवेदी से प्राप्त शिकायत के आधार पर कार्रवाई की।
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शिकायत में बताया गया कि भारतीय खाद्य निगम के संभागीय कार्यालय, भोपाल के अधिकारियों द्वारा लंबित बिलों के भुगतान के लिए अवैध रूप से रिश्वत मांगी जा रही थी। इस शिकायत की पुष्टि के बाद सीबीआई ने प्रथम सूचना रिपोर्ट (FIR) दर्ज की।
FIR दर्ज होने के बाद, सीबीआई ने एक जाल बिछाया। भारतीय खाद्य निगम के अधिकारियों, अरुण कुमार श्रीवास्तव और मोहन पराते ने शिकायतकर्ता से 1 लाख रुपये की रिश्वत ली। जब सीबीआई ने पूछताछ की, तो इन दोनों ने बताया कि उन्होंने यह रिश्वत संभागीय प्रबंधक हरीश प्रकाश हिनौनिया (Divisional Manager Harish Prakash Hinouniya) के निर्देश पर ली थी।
किशोर मीणा के पास से 1 लाख रुपये की रिश्वत बरामद
इसके बाद, सीबीआई (CBI) ने अरुण कुमार श्रीवास्तव को हिनौनिया को राशि देने के लिए भेजा। हिनौनिया ने कहा कि यह राशि किशोर मीणा, सहायक स्तर-I को देनी है। जैसे ही किशोर मीणा ने रिश्वत राशि प्राप्त की, सीबीआई ने सभी आरोपियों अरुण कुमार श्रीवास्तव, मोहन पराते, हरीश प्रकाश हिनौनिया और किशोर मीणा को गिरफ्तार कर लिया। किशोर मीणा के पास से 1 लाख रुपये की रिश्वत भी बरामद की गई।
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सभी आरोपियों की आवासीय परिसरों की भी ली गई तलाशी
किशोर मीणा की तलाशी के दौरान सीबीआई को उसके पास 60,840 रुपये की अतिरिक्त नकदी मिली। सभी आरोपियों की आवासीय परिसरों (MP News) की भी तलाशी ली गई। किशोर मीणा के घर से लगभग 3 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी, 387 ग्राम सोने के आभूषण, 670 ग्राम चांदी के आभूषण और चल-अचल संपत्ति के दस्तावेज बरामद हुए।
इस रिश्वत के मामले में सीबीआई ने अरुण कुमार श्रीवास्तव, मोहन पराते, हरीश प्रकाश हिनौनिया और किशोर मीणा के खिलाफ अभियोग पत्र प्रस्तुत किया है, जो अभी सीबीआई न्यायालय में लंबित है।
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