हाइलाइट्स
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भिंड- इटावा हाईवे पर 10 महीने से ट्रैफिक बंद
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आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञों के ओके रिपोर्ट दी
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भिंड प्रशासन ने इटावा कलेक्टर की शर्तें मानी, सहमति दी
MP National Highway: एमपी और यूपी को जोड़ने वाले ग्वालियर-भिंड-इटावा नेशनल हाईवे (MP National Highway)पर पिछले 10 महीने से ट्रैफिक बंद है।
इस रूट पर इटावा (यूपी ) के कलेक्टर ने बैरियर लगा दिया है। उनका कहना है कि नया पुल बनने तक इस रोड पर भारी वाहन नहीं चल सकते हैं।
हालांकि पुराने पुल को दुरस्त कर दिया गया है। आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञों के ओके रिपोर्ट भी दे दी है।
बताते यहां तक हैं की भिंड कलेक्टर शर्तें मानते हुए सहमति भी दे दी है, पर ट्रैफिक शुरू नहीं होने से समस्या जस की तस बनी हुई है।
अभी सिर्फ नए पुल के निर्माण की घोषणा हुई
बताते हैं यहां बनने वाले नए पुल की अभी केवल घोषणा हुई है।
आज की तारीख से भी नया पुल बनाना शुरू होता है तो कम से कम तीन साल का समय लगेगा।
यानी लम्बे समय तक भारी वाहनों को संचालन बंद रहेगा। इसके बड़े पैमाने पर कारोबारियों को नुकसान होगा।
इटावा कलेक्टर ने आवागमन पर लगाई है रोक
जानकारी के मुताबिक 8 जून 2023 को इटावा कलेक्टर अवनीश राय ने इस हाईवे (MP National Highway) पर बरही के
निकट चंबल पुल को क्षतिग्रस्त बताते हुए भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी।
कलेक्टर का कहना है कि नया पुल बनने तक इस पर भारी वाहन नहीं चल सकते हैं।
विशेषज्ञों की ओके रिपोर्ट, फिर भी इटावा कलेक्टर ने नहीं हटाए रोक
हालांकि, पुराना पुल दुरुस्त हो चुका है। ढाई महीने पहले आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञों की टीम इसके दुरुस्त होने की रिपोर्ट दे चुकी है।
भिंड कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव भी भारी वाहनों के संचालन की शर्त मान चुके हैं।
फिर भी इटावा कलेक्टर ने रोक नहीं हटाई। भिंड, मुरैना, दतिया और ग्वालियर जिले के लोगों का इटावा और उसके आसपास के जिलों से संपर्क कटा हुआ है।
एमपी ने पुल की मरम्मत और जांच कराई।
48 साल पुराना चंबल पुल उप्र सरकार के आधिपत्य में है।
वहीं एनएच-719 की ग्वालियर- भिंड- इटावा रोड का निर्माण एमपी हाईवेज प्रायवेट लिमिटेड नई दिल्ली ने बीओटी (बिल्ड ऑपरेट ट्रांसफर) स्कीम के तहत किया है।
ऐसे में यह कंपनी इस हाईवे से गुजरने वाले वाहनों से टोल वसूलती है।
4 जिलों की जनता और सरकार को नुकसान
भारी वाहनों और यात्री बसों पर रोक के कारण बसें पुल के एक ओर यात्रियों को छोड़ देती हैं। यात्रियों को एक किमी पैदल पुल पार कर दूसरी ओर बस पकड़नी होती है।
छह महीने में माइनिंग कार्पोरेशन तीसरी बार रेत खदानों के ठेके के लिए टेंडर कॉल बुला चुका है।लेकिन ठेकेदार नहीं आ रहे। वजह- इस रेत की यूपी में खपत है। पर पुल बंद है।
70 प्रतिशत तक घट गया ट्रैफिक : पहले इस हाईवे पर ट्रैफिक 16000 पीसीयू (पैसेंजर कार यूनिट) था, जो अब घटकर 5 हजार के करीब रह गया है। भिंड से सहमति मांगी है।
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इटावा कलेक्टर ने कहा भिंड प्रशासन से सहमति मांगी
भिंड- इटावा हाईवे (MP National Highway) पर रोक को लेकर इटावा कलेक्टर (डीएम) अवनीश राय ने बताया कि पुल अभी चालू नहीं होगा।
माइनिंग को लेकर भिंड प्रशासन से सहमति मांगी है। पुराने पुल के समांतर नया पुल बन रहा है।’
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भिंड कलेक्टर बोले- हम सहमति दे चुके
इस मामले में भिंड के कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव का कहना है कि इटावा कलेक्टर को निर्णय लेना है।
उन्होंने कुछ शर्तें रखी थी, हमने मान लीं। विशेषज्ञों ने भी पुल की ओके रिपोर्ट दी है।