भोपाल। राज्य के मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने जानकारी देते हुए बताया कि 3 मार्च 2021 को वोटर लिस्ट आने के बाद ग्राम पंचायत और नगरीय निकाय चुनावों की तारीखों का ऐलान किया जाएगा। प्रदेश में नगरीय निकाय MP Nagriya Nikay Chunav चुनाव अप्रैल 2020 में होने थे, लेकिन कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते इसके लिए तारीखों का ऐलान अब तक नहीं हो पाया है।
नगरीय निकाय चुनावों के लिए वोटर लिस्ट बनाने का काम चल रहा है। 8 से 15 फरवरी तक लोग मतदाता सूची में अपने नाम जुड़वा सकते हैं। 3 मार्च को अंतिम वोटर लिस्ट आ जाएगी। प्रदेश के 407 नगरीय निकायों में सरपंच पद के लिए चुनाव होना है। इनमें से 307 का कार्यकाल दिसंबरए 2020 में खत्म हो चुका है। 8 निकायों का कार्यकाल जनवरी और फरवरी महीने में खत्म हो रहा है।
सूची फाइनल होते ही चुनाव होंगे
कुछ दिन पहले राज्य के मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा था की मध्यप्रदेश में अब मार्च-अप्रैल में नगरीय निकाय चुनाव Nagriya Nikay Chunav MP होे सकते हैं। इस बात की जानकारी राज्य निर्वाचन आयुक्त बीपी सिंह ने दी थी । निर्वाचन आयुक्त ने कहा था कि अब नगरीय और पंचायत चुनाव की तारीख आगे नहीं बढ़ेगी। 3 मार्च तक मतदाता सूची फाइनल हो जाएगी और सूची फाइनल होते ही चुनाव होंगे।
जनवरी और फरवरी महीने में खत्म हो रहा
वहीं निर्वाचन आयुक्त बीपी सिंह ने कहा कि इस बार चुनाव में घर बैठे ऑनलाइन नॉमिनेशन भर पाएंगे साथ ही कहा कि सरपंच के चुनाव में EVM से वोट नहीं डाले जाएंगे, मत पत्र से होंगे। गैरतलब है की प्रदेश के 407 नगरीय निकायों में सरपंच पद के लिए चुनाव होना है। इनमें से 307 का कार्यकाल दिसंबरए 2020 में खत्म हो चुका है। 8 निकायों का कार्यकाल जनवरी और फरवरी महीने में खत्म हो रहा है।
तीन महीने के लिए स्थगित कर दिया गया था
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले मध्य प्रदेश में ग्राम पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव (Panchayat and Municipality Elections in MP) कोविड-19 (Covid-19 in MP) केे संक्रमण के चलते तीन महीने के लिए स्थगित कर दिया गया था। राज्य निर्वाचन आयोग (Election Commission) ने आदेश जारी कर कहा था कि अब ये चुनाव 20 फरवरी, 2021 के बाद कराए जाएंगे।
राज्य सरकार के प्रस्ताव के आधार पर यह फैसला लिया
राज्य निर्वाचन आयुक्त बसंत प्रताप सिंह ने बताया था कि आयोग ने मौजूदा परिस्थितियों और राज्य सरकार के प्रस्ताव के आधार पर यह फैसला लिया। सिंह ने कहा है कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए आम लोगों के स्वास्थ्य के साथ स्वतंत्र एवं निष्पक्ष निर्वाचन प्रक्रिया सुनिश्चित करना संभव नहीं है। इसलिए आयोग ने संविधान के अनुच्छेद 243-K एवं 243-ZA में प्राप्त शक्तियों का उपयोग करते हुए दिसंबर 2020 और जनवरी 2021 में होने वाले चुनावों को फरवरी 2021 तक स्थगित करने का फैसला लिया है।