भोपाल। MP Mahua News: महुआ का नाम सुनते ही शायद आपके मन में भी एक ही नाम आता है, वो है मदिरा, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इसे दवा के रूप में भी उपयोग किया जा सकता है। जी हां दरअसल एमपी की महुआ को लेकर लंदन की कंपनी द्वारा रिसर्च की गई है। जिसके बाद भोपाल स्थित लघु वनोपज संघ से 2000 क्विंटल महुआ खरीदने का अनुबंध किया है।
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एंटी ऑक्सीडेंट के साथ प्रोटीन और फाइबर से भरपूर — MP Mahua News:
आपको बता दें एंटी ऑक्सीडेंट के साथ प्रोटीन और फाइबर से भरपूर महुआ से अब विदेशी में सॉफ्ट ड्रिंक और कुकीज बनाई जाएंगी। इसके लिए लंदन 2 हजार क्विंटल महुआ खरीदेगा। आपको बता दें तेंदू पत्ता के बाद महुआ ऐसी चीज होगी जिसमें वनोपज के माध्यम से राजस्व जुटाया जाएगा।
वन मेले में 10 हजार क्विंटल के एमओयू की संभावना — MP Mahua News:
आपको बता दें जानकारी के वन मेले में विदेशी और देशी कंपनियां कम से कम 10 हजार क्विंटल का एमओयू करेंगी।
ऐसे एक्सपोर्ट होती है महुआ — MP Mahua News:
जानकारों की मानें तो महुआ को सीधे तौर पर एक्सपोर्ट नहीं किया जा सकता है। ऐसे में उसके खराब होने का डर होता है। इसके लिए पहले इसे जाल डालकर इकट्ठा किया जा रहा है। संघ के एमडी पुष्कर सिंह द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार महुआ में एंटी ऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। जो अलग—अलग तरह से शरीर को लाभ देता है। यही कारण है कि लंदन की कंपनी ने रिसर्च करके इसे हेल्दी ड्रिंक, चाॅकलेट और कुकीज बनाने के लिए महुआ खरीदने का एमओयू किया है। इतना ही नहीं इसे लेकर आगामी वन मेले में कुछ विदेशी और देशी कंपनियों द्वारा कम से कम 10 हजार क्विंटल का एमओयू करने की उम्मीद है।
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विंध्य हर्बल में बनाया गया महुआ प्राश— MP Mahua News:
आपको बता दें इसके दूसरे उपयोग की भी शुरूआत एमपी में हो चुकी है। भोपाल के बरखेड़ा पठानी में महुआ प्राश बनाया गया। जिसे दिल्ली में लगे वन मेले में काफी पसंद किया गया। दिल्ली आईआईटी के स्टूडेंट ने महुआ प्राश देखा तो इसे स्टार्टअप करने के लिए महुआ प्राश बनाने की विधि की जानकारी ली गई। आपको बता दें पारंपरिक रूप से गांवों में महुआ के लड्डू बनाए जाते हैं। लेकिन अब इसके बाद सॉफ्ट ड्रिंक और चाकलेट बनने लगेगी।
युवा करेंगे इनोवेशन —
आपको बता दें देश में ही कई युवा इसे लेकर इनोवेशन करने की पहल की जा रही है। जिसमें अब इस महुआ को कोल्ड ड्रिंक के साथ—साथ व्यंजन और चाय आदि के रूप में इसका उपयोग करने की बात कही जा रही है। अधिकारियों के अनुसार बरखेड़ा पठानी में इसके कई प्रोडेक्ट बनाने के संबंध में रिसर्च चल रही है। जैसे ही वह पूरी होगी लंदन की कंपनी की तर्ज पर अन्य प्रोडक्ट तैयार किए जाएंगे। सिंह ने बताया कि मप्र में बड़ी मात्रा में संग्रहित किया जाने वाला महुआ लंदन को एक्सपोर्ट किया जा रहा है।
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वन मेले में हुआ था एमओयू
सिंह द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इस महुआ को लंदन की कंपनी ने भोपाल वन मेले में एमओयू वन समितियों से किया गया था। आपको बता दें 35 रुपए प्रति किलो के हिसाब से महुआ ली जा रही है। तो वहीं लंदन की मेसर्स ओ फारेस्ट की भारतीय ईकाई मधुवन्या से 110 रुपए प्रति किलो के भाव से लंदन एक्सपोर्ट करने का अनुबंध किया गया है।