MP Mahua ‘Heritage Liquor’: मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने एमपी टूरिज्म के होटलों में आदिवासियों के द्वारा बनाई जाने वाली महुआ शराब को बेचने की इजाजत दे दी है. सरकार महुआ शराब को दूसरे राज्यों में भी बेचने की प्लानिंग कर रही है. दरअसल आदिवासियों को सशक्त और आगे बढ़ाने की मुहिम के तहत शिवराज सरकार महुआ के फूल से बनने वाले इस शराब को अन्य राज्यों के साथ ही विदेशों में भी बेचने की प्लानिंग कर रही है. महुआ शराब आदिवासी लोग बनाते हैं. राज्य के आदिवासी इलाकों में महुआ का सेवन सबसे ज्यादा किया जाता है.
बता दें कि पिछले साल मंडला में एक कार्यक्रम के दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने एलान किया था कि महुआ के फूल से बनी शराब दुकानों में ‘हेरिटेज शराब’ के रूप में बेची जाएगी. सीएम ने कहा था कि ‘अगर कोई भाई-बहन परंपरागत शराब बनाएगा, तो वो अवैध नहीं होगी. हेरिटेज शराब के नाम से वो शराब की दुकानों पर भी बेची जाएगी. हम उसे भी आदिवासी की आमदनी का जरिया बनाएंगे. अगर कोई परंपरागत रूप से बनाता है, तो बेचने का भी अधिकार उसको होगा और सरकार बकायदा वैधानिक मानकर ये अधिकार देगी.’
अलीराजपुर और डिंडौरी में बनेगी महुआ
महुआ अलीराजपुर और डिंडौरी के दो आदिवासी ग्रुपों द्वारा तैयार की जाएगी. आबकारी आयुक्त राजीव चंद्र दुबे ने कहा कि शुरुआत में एक पायलट प्रोजेक्ट के तहत महुआ को होटलों में बेचा जाएगा. सबसे पहले एमपी टूरिज्म के 18 होटलों में महुआ को बेचा जाएगा. लोगों का रुझान देखने के बाद ही आगे की प्लानिंग की जाएगी. साथ ही सरकार इसको बाकी शराब की तरह अलग से काउंटर लगाकर बेचने की भी प्लानिंग कर रही है.
जहां महिलाएं शराब दुकानों से हैं परेशान वहां से हटेंगी दुकान
जिन क्षेत्रों में शराब दुकानों से महिलाएं परेशान हैं, वहां से शराब की दुकानें हटाई जाएंगी. वाणिज्यिक कर विभाग की शनिवार को आयोजित समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ये निर्देश दिए हैं. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि प्रदेश में अवैध शराब नहीं बिकनी चाहिए. जनभावनाओं का आदर आवश्यक है. मुख्यमंत्री ने करदाताओं से बेहतर संवाद बनाने, उन्हें ताजा जानकारियां देने, छोटे करदाताओं को विश्वास में लेकर उन्हें शिक्षित कर कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए है.