Mp Lok Sabha Chunav Result 2024: एमपी की सभी सीटों पर वोटिंग शुरू हो गई है. शुरूआती रुझान आने शुरू हो गए हैं. मध्य प्रदेश की 29 सीटों में सबसे पहले खरगोन के नतीजे आने की संभावना है। फाइनल रिजल्ट कुछ ही घंटों में सामने आ जाएंगे. प्रदेश की 29 सीटों पर रुझानों में बीजेपी ने बढ़त बनाई है.
एमपी की सभी सीटों पर बीजेपी की जीत
एमपी में बीजेपी के क्लीन स्वीप करने के सपना पूरा हो गया है.
नकुल नाथ के पिछड़ने के बाद कमलनाथ ने चुनाव में हार मानी
छिंदवाड़ा में नकुल के पिछड़ने पर पूर्व सीएम कमलनाथ का बयान सामने आया है. कमलनाथ नतीजा घोषित होने के पहले ही हार मान ली है. पूरी खबर यहां पढ़ें..
एमपी की सीटों पर बीजेपी की मजबूत बढ़त
इंदौर : भाजपा के शंकर लालवानी 830258 से ज्यादा वोटों से आगे।
विदिशा : शिवराज सिंह चौहान 416857 वोटों से आगे चल रहे हैं।
गुना : ज्योतिरादित्य सिंधिया 366432 वोटों से आगे चल रहे हैं।
राजगढ़: बीजेपी के रोड़मल नागर 44843 वोटों से आगे चल रहे हैं।
भोपाल: भाजपा उम्मीदवार आलोक शर्मा 135899 मतों से आगे चल रहे हैं।
छिंदवाड़ा: भाजपा के बंटी साहू 56190 वोटों से आगे।
इंदौर में नोटा को 1 लाख वोट, बिहार का रिकॉर्ड टूटा
इंदौर सीट पर नोटा को 1 लाख वोट मिले हैं. इस सीट पर बीजेपी का सीधा मुकाबला नोटा से है. यह पहली बार है जब नोटा में किसी सीट पर सबसे ज्यादा वोट पड़े हैं. इससे पहले यह रिकॉर्ड बिहार की गोपालगंड सीट का था.
दिग्विजय सिंह पीछे, राजगढ़ में रुकी काउंटिंग
राजगढ़ में दिग्विजय सिंह ने सारंगपुर विधानसभा क्षेत्र की दो EVM की काउंटिंग रुकवा दी है। दिग्विजय सिंह ने कहा- सील से मैच नहीं होने के कारण काउंटिंग रुकवाई गई है।
नकुलनाथ के पीछे होने पर कमलनाथ बोले जो है सो है
देश में पहली बाार नोटा को 60 हजार वोट
देश में पहली बार किसी सीट पर नोटा को 60 हजार वोट मिले हैं. इंदौर सीट पर दूसरे नंबर पर है नोटा, यहां से शंकर लालावानी 3 लाख वोटों से आगे चल रहे हैं. दूसरे नंबर पर नोटा है.
एमपी में टॉप 10 सीटों पर अबतक के रुझान
01. इंदौर से शंकर लालवानी 2 लाख 56 हजार 884 वोट से आगे
02. विदिशा से शिवराज सिंह चौहान 1 लाख 50 हजार 870 वोट से आगे
03. गुना से ज्योतिरादित्य सिंधिया 1 लाख 32 हजार 962 वोट से आगे
04. खजुराहो से बीजेपी के वीडी शर्मा 1 लाख 18 हजार 106 वोट से आगे
05. टीकमगढ़ से वीरेंद्र कुमार खटीक 1 लाख 00869 वोट से आगे
06. छिंदवाड़ा से बीजेपी के बंटी साहू 13025 वोटों से आगे
07. भिंड से बीजेपी की संध्या राय 5 हजार वोटों से आगे
08. भोपाल से आलोक शर्मा 12619 मतों से आगे
09. रीवा से बीजेपी के जनार्दन मिश्रा 14146 वोटों से आगे
10. राजगढ़ में बीजेपी के रोडमल नागर 19891 वोटों से आगे
इंदौर में नोटा को अभी तक 18134 वोट मिले
इंदौर में बीजेपी के शंकर लालवानी 10 हजार वोटों से आगे, इंदौर में दूसरे नंबर पर नोटा है. नोटा को अब तक 18134 वोट मिले
एमपी की सभी सीटों पर बीजेपी को बढ़त, 29 सीटों पर बीजेपी आगे
एमपी में शुरूआती रुझानों में बीजेपी आगे, सभी 29 सीटों पर बनाई बढ़त, दिग्विजय, नकुलनाथ सभी कांग्रेस नेता पीछे
खजुराहो में वीडी शर्मा, छिंदवाड़ा में नकुलनाथ 10 हजार वोटों से पिछड़े
छिंदवाड़ा में नकुलनाथ 10 हजार वोटों से पिछड़े, खजुराहो में बीजेपी के वीडी शर्मा को अब तक सबसे बड़ी बढ़त मिली हुई है। वे 24965 वोटों से आगे चल रहे हैं। टीकमगढ़ में भी बीजेपी के वीरेंद्र कुमार खटीक 24136 वोटों से आगे चल रहे हैं।
विदिशा में शिवराज सिंह चौहान 17 हजार वोटों से आगे चल रहे हैं।
विदिशा से शिवराज 6 हजार वोटों से आगे, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष 10 हजार वोटों से आगे
एमपी की 26 सीटों पर बीजेपी आगे चल रही है. 3 सीटों पर कांग्रेस ने बढ़त बनाई हुई है.
भिंड, मंडला, बालाघाट में कांग्रेस आगे, वीडी शर्मा 10 हजार वोट से आगे
भिंड से कांग्रेस के फूल सिंह बरैया आगे चल रहे हैं. खजुराहो से वीडी शर्मा 10 हजार वोटों से आगे चल रहे हैं.
भिंड, मंडला, बालाघाट में कांग्रेस आगे, 26 पर बीजेपी आगे
बीजेपी को 26 सीटों पर बढ़त, कांग्रेस तीन सीटों पर आगे चल रही है. दिग्विजय पिछड़े, नकुलनाथ पिछड़े
छिंदवाड़ा में नकुल, राजगढ़ में दिग्विजय सिंह पीछे
बीजेपी को शुरुआती रुझानों में बढ़त, 27 सीटों पर बीजेपी आगे, एपमी की हॉट सीट राजगढ़ में दिग्विजय सिंह और छिंदवाड़ा में नकुलनाथ पिछड़े
छिंदवाड़ा समेत 27 सीटों पर BJP को बढ़त,
बीजेपी को शुरुआती रुझानों में बढ़त, 27 सीटों पर बीजेपी आगे
मंडला सीट पर कांग्रेस को बढ़त
मंडला सीट पर कांग्रेस को बढ़त शुरुआती रुझानों में बीजेपी प्रत्याशी
छिंदवाड़ा सीट से नकुल नाथ पीछे
छिंदवाड़ा में नकुल नाथ शुरूआती रुझानों में पिछड़े, बीजेपी के विवेक बंटी साहू आगे.
राजगढ़ से दिग्विजय सिंह आगे
राजगढ़ लोकसभा सीट से दिग्विजय सिंह आगे चल रहे हैं. ये एमपी की सबसे चर्चित सीट है.
वोटों की गिनती से पहले प्रत्याशी पहुंचे मंदिर
वोटों की गिनती शुरु होने से पहले प्रत्याशी मंदिर जाकर पूजा अर्चना कर रहे हैं। भोपाल से भाजपा प्रत्याशी आलोक शर्मा ने काउंटिंग शुरू होने से पहले छोला स्थित श्री खेड़ापति हनुमान मंदिर पहुंचे और पूजा की। काउंटिंग से एक दिन पहले शिवराज ने नर्मदा पूजा की। वहीं, सीएम डॉ. मोहन यादव ने गुजरात के सोमनाथ में भालका तीर्थ मंदिर में पूजा-अर्चना की।
कायम रहेगा BJP का दबदबा या बढ़ेगा कांग्रेस की सीटों का ग्राफ
मध्यप्रदेश की 29 सीटों के 369 प्रत्याशियों का इंतजार खत्म होने वाला है. अब से कुछ ही घंटों के बाद रुझान आने शुरू हो जाएंगे. सुबह 7 बजे स्ट्रांग खुलने के बाद EVM को मतदान कर्मचारी टेबल पर रखा जाएगा. इसके बाद सुबह 8 बजे से विधानसभावार बैलेट पेपर की गिनती शुरू होगी. वोटों की गिनती के साथ ही रुझान आने शुरू हो जाएंगे. बैलेट की गिनती पूरी होते ही ईवीएम के वोटों की गिनती की जाएगी. इस बार एमपी की 29 सीटों पर 369 उम्मीदवार मैदान में वहीं 2019 के लोकसभा चुनाव में 438 उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत आजमाई थी.
एमपी के इन चर्चित चेहरों पर रहेगी नजर
मध्यप्रदेश की 29 सीटों में से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, दिग्विजय सिंह, फग्गन सिंह कुलस्ते जैसे दिग्गज नेताओं पर सभी की नजरें रहेंगी. इसके अलावा पूर्व सीएम कमलनाथ के गढ़ के कारण छिंदवाड़ा सीट भी चर्चा में है.
2019 में कांग्रेस को मिली थी केवल 1 सीट
लोकसभा चुनाव के परिणाम 2019 के चुनाव में मप्र की 29 में से 28 सीटें बीजेपी ने जीती थीं. एक मात्र सीट छिंदवाड़ा कांग्रेस के खाते में गई थी. वहीं 2014 में बीजेपी ने 27 सीटें जीती थीं.
2019 में बीजेपी ने कांग्रेस के दिग्गज नेताओं हराया था
2019 में कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं को हार का सामना करना पड़ा था. गुना सीट से बीजेपी के वर्तमान प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया को केपी यादव ने 1 लाख 25549 वोटों से हराया था. रतलाम में बीजेपी के जीएस डामोर ने कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया को 90636 वोट से हराया था. मुरैना में बीजेपी के नरेंद्र सिंह तोमर ने कांग्रेस नेता रामनिवास रावत को 1 लाख 13341 वोटों से हराया था. जबलपुर में बीजेपी नेता राकेश सिंह ने कांग्रेस के विवेक तन्खा को 4 लाख 54744 वोटों से मात दी थी. भोपाल सीट पर साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह को 3 लाख 64822 सीटों से हराया था.
इन सीटों पर रहेंगी नजरें
1- गुना लोकसभा सीट
गुना लोकसभा सीट पर सभी की नजरें हैं. यहां केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया 2019 में अपनी हारी हुई सीट को वापस हासिल करने के लिए मैदान में हैं. गुना सीट सिंधिया परिवार का गढ़ रही है. हालांकि 2019 में सिंधिया जब कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़े तो बीजेपी प्रत्याशी केपी यादव ने बड़ा उलटफेर करते हुए सिंधिया से यह सीट छीन ली. केपी यादव ने सिंधिया को 1.26 लाख मतों से हराया था.अब सिंधिया भाजपा से सीट से चुनावी मैदान में हैं. उनका मुकाबला कांग्रेस के यादवेंद्र सिंह यादव से है.
2. छिंदवाड़ा लोकसभा सीट
छिंदवाड़ा लोकसभा सीट 1980 से पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का गढ़ मानी जाती है. छिंदवाड़ा लोकसभा क्षेत्र की सभी सातों विधानसभा सीटों पर भी कांग्रेस का कब्जा है. कमलनाथ ने नौ बार इस सीट से प्रतिनिधित्व किया है. कमलनाथ की पत्नी अलका नाथ ने 1996 में इस सीट से चुनाव जीता था. फिर बेटे नकुल नाथ ने 2019 में इस सीट से जीत दर्ज की. पिछले सात दशकों में केवल एक बार भाजपा ने इस सीट से चुनाव जीता है. अब फिर इस सीट पर बीजेपी के विवेक बंटी साहू को कांग्रेस के नकुलनाथ चुनौती देंगे.
3- विदिशा लोकसभा सीट
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दो दशकों के बाद लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. वे अपना छठा संसदीय चुनाव लड़ रहे हैं. इस सीट से अटल बिहारी वाजपेयी 1991 और सुषमा स्वराज 2009 और 2014 के चुनाव में सांसद रही हैं. विदिशा सीट भी भाजपा का गढ़ रही है. कांग्रेस ने 1967 के बाद से केवल दो बार 1980 और 1984 में चुनाव इस सीट पर चुनाव जीता है. 2024 के चुनाव में शिवराज सिंह चौहान के सामने कांग्रेस के प्रतापभानु शर्मा मैदान में हैं.
4. इंदौर लोकसभा सीट
इंदौर लोकसभा सीट भी बीजेपी का गढ़ मानी जाती है. इंदौर में इसबार बीजेपी के सामने कांग्रेस का कोई प्रत्याशी सामने नहीं हैं. यहां मुकाबला एकतरफा माना जा रहा है. साल 2019 में भाजपा इंदौर लोकसभा सीट पर 5.47 लाख वोटों से जीती थी। इंदौर लोकसभा सीट पर भाजपा का बीते 35 साल से कब्जा है. 1989 में सुमित्रा महाजन पहली बार इंदौर सीट से चुनाव जीती थीं और वे 8 बार इंदौर सीट से सांसद रही। शंकर लालवानी दूसरी बार इंदौर से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. हालांकि नोटा को इस बार देश में सबसे ज्यादा वोट भी इंदौर से मिलने की संभावना है.
5. भोपाल लोकसभा सीट
भोपाल लोकसभा सीट 1989 के बाद से भाजपा को कभी हार का सामना नहीं करना पड़ा. बीजेपी नेता उमा भारती (1999) और पूर्व सीएम कैलाश जोशी (2004 और 2009) में भोपाल लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. साल 2019 के लोकसभा चुनावों में इस सीट से कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह मैदान में थे. हालांकि उनको बीजेपी की प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने 3.65 लाख मतों के अंतर से हरा दिया था. बीजेपी ने अब इस सीट पर अलोक शर्मा को टिकट दिया है. वहीं कांग्रेस के अरुण श्रीवास्तव मैदान में हैं.
6- खजुराहो लोकसभा सीट
भाजपा ने अपने प्रदेश अध्यक्ष और लोकसभा सदस्य विष्णु दत्त शर्मा को खजुराहो लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा है. वह लगातार दूसरी बार इस सीट से दो-दो हाथ करेंगे. भाजपा साल 2004 से इस सीट से लगातार चुनाव जीतती रही है. उमा भारती 1989 और 1998 के बीच चार बार इस सीट से निर्वाचित हुईं. साल 1999 में वरिष्ठ कांग्रेस नेता सत्यव्रत चतुर्वेदी खजुराहो से चुने गए थे. फिर 2004 में भाजपा के राम कृष्ण कुसुमरिया ने इस सीट से जीत दर्ज की थी. तब से यह सीट भाजपा का गढ़ बनी हुई है.
2024 लोकसभा चुनाव में कुल 72.05% हुई वोटिंग
मध्य प्रदेश में पहले चरण में 67.75, दूसरे चरण में 58.59, तीसरे चरण में 66.74 और चौथे चरण में 72.05 फीसदी वोटिंग हुई. चारों चरणों में कुल 66.28 प्रतिशत मतदान हुआ. वहीं 2019 लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश में कुल 71.36 प्रतिशत वोटिंग हुई थी.
एमपी की लोकसभा सीटों पर बीते 5 सालों का हाल
1998 में मध्य प्रदेश में 40 सीटों पर चुनाव हुआ था. तब छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश अलग नहीं हुए थे. इस चुनाव में बीजेपी ने 30 सीटें और 10 सीटें हासिल की थी. 2004 में 25 बीजेपी ने और कांग्रेस ने 4 सीटें हासिल की थीं. 2009 में 16 सीटें बीजेपी ने जीतीं और 12 कांग्रेस को मिलीं वहीं 1 सीट बसपा को मिली. 2014 में बीजेपी ने 27 और कांग्रेस ने 2 सीटें जीती. 2019 के चुनाव में कांग्रेस केवल 1 सीट पर सिमट गई. 28 सीटें बीजेपी ने जीती.
2024 में सीटवार वोटिंग प्रतिशत
बालाघाट- 73.45%
छिंदवाड़ा- 79.83%
जबलपुर- 61.00%
मंडला- 72.84%
शहडोल- 64.68%
सीधी- 56.50%
दमोह- 56.48%
होशंगाबाद- 67.21%
खजुराहो- 56.97%
रीवा- 49.43%
सतना- 61.94%
टीकमगढ़- 60.00%
बैतूल- 73.53%
भिंड- 54.93%
भोपाल- 64.06%
गुना- 72.43%
ग्वालियर- 62.13%
मुरैना- 58.97%
राजगढ़- 76.04%
सागर- 65.75%
विदिशा- 74.48%
देवास- 75.48%
धार- 72.76%
इंदौर- 61.67%
खंडवा- 71.52%
खरगोन- 76.03%
मंदसौर- 75.27%
रतलाम- 72.94%
उज्जैन- 73.82%