MP Kadaknath Murga: राज्य में कड़कनाथ उत्पादन और बिक्री को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय पशुधन मिशन के तहत अब छोटे शहरों के साथ-साथ बड़े शहरों में भी कड़कनाथ मुर्गों की बिक्री को प्रभावी रूप से बढ़ाया जाएगा।
इस पहल से छोटे शहरों के साथ बड़े शहरों में कड़कनाथ के उत्पादन और बिक्री से लोगों को अच्छा मुनाफा मिल सकेगा। इसके साथ ही पशुपालकों को कुक्कट, बकरी, शूकर पालन और चरा-चारा उत्पादन के लिए प्रेरित किया जाएगा।
महिला स्व-सहायता समूहों को इस मिशन की गतिविधियों को जोड़कर कुक्कुट पालन के लिए यूनिट दी जाएं।
कुक्कुट की बढ़ाई जाएगी संख्या
पशुपालन एवं डेयरी राज्य मंत्री लखन पटेल ने मंगलवार को विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि केंद्र सरकार को एक प्रस्ताव भेजकर एक यूनिट में दिए जाने वाले कुकुट की संख्या को बढ़ाकर 40 से 100 की जानी चाहिए.
उन्होंने ये भी कहा कि अधिकारी किसानों को पशुपालन के प्रति जागरूक करें और उन्हें इसके लिए प्रोत्साहित करें.
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क्या है कड़कनाथ मुर्गा
कड़कनाथ मुर्गा (Kadaknath Chicken) एक विशेष प्रजाति का देसी मुर्गा है, जो भारत के मध्य प्रदेश राज्य के झाबुआ और उसके आसपास के आदिवासी क्षेत्रों में पाया जाता है। इसे इसके अनोखे काले रंग और उच्च पोषण सामग्री के कारण जाना जाता है। यह अन्य मुर्गों से कई मायनों में अलग है।
कड़कनाथ मुर्गे की विशेषताएं
काला रंग: इसका पूरा शरीर, पंख, त्वचा, और यहां तक कि मांस भी काला होता है। इस प्रजाति में “मेलानिन” नामक पिगमेंट अधिक मात्रा में पाया जाता है, जिससे इसका रंग गहरा काला होता है।
उच्च पोषण सामग्री: इसमें प्रोटीन की मात्रा अधिक और वसा (फैट) की मात्रा कम होती है। यह लो-कॉलोरी फूड के रूप में लोकप्रिय है। इसमें आयरन, जिंक, और विटामिन बी-12 भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।
स्वास्थ्य लाभ यह आयुर्वेद और परंपरागत चिकित्सा में उपयोगी माना जाता है। इसे हृदय रोग, मधुमेह और अन्य बीमारियों में लाभकारी माना जाता है।
पालन और देखभाल: कड़कनाथ मुर्गा कठिन परिस्थितियों में भी जीवित रह सकता है और कम लागत में पाला जा सकता है। यह पूरी तरह देसी प्रजाति है, जिसे कृत्रिम तरीके से नहीं बनाया गया।
कीमत: अन्य सामान्य मुर्गों की तुलना में कड़कनाथ की कीमत अधिक होती है। इसके अंडे और मांस की मांग देश और विदेश में भी बढ़ रही है।
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