Railway Job Fraud Case: मध्यप्रदेश के जबलपुर से एक इंजीनियरिंग छात्र को रेलवे की नौकरी देने के नाम पर ठगी का बड़ा मामला सामने आया है। आरोपी ने बेरोजगार युवक को झांसे में लेकर पहले तीन लाख रुपए ठगे। फिर आरोपी ने पहले फर्जी इंटरव्यू और मेडिकल करवाया, बाद में छात्र को पहनने के लिए वर्दी और फर्जी आईकार्ड थमा दिया।
मामले का खुलासा तब हुआ जब छात्र रेलवे ऑफिस पहुंचा और अपना लेटर बताया। तब अफसरों ने बताया कि न तो यहां कोई वैकेंसी है आसैर ना ही कोई नियुक्ति हुई है। इसके बाद पीड़ित आदर्श पटेल की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज किया है।
पुलिस ने आरोपी को घर से किया गिरफ्तार

पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने सोमवार, 21 जुलाई को देर रात करीब एक बजे घमापुर स्थित आरोपी राकेश सराठे के घर दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को उसके घर से भर्ती प्रकोष्ठ से जुड़े कुछ दस्तावेज और WCRMS का आईकार्ड मिला है, जिसकी मदद से वह खुद को रेल कर्मचारी बताता था।
मंगलवार, 22 जुलाई को पुलिस ने आरोपी राकेश सराठे को कोर्ट में पेश किया। जहां से आरोपी को जेल भेज दिया गया।
रिश्ते में छात्र का मामा लगता है आरोपी
जबलपुर की धनवंतरी नगर पुलिस चौकी क्षेत्र के भूकंप कॉलोनी में रहने वाले आदर्श पटेल रहता है। उसकी मां पीको-फॉल का काम कर किसी तरह घर का खर्च चलाती है। बताते हैं आरोपी राकेश सराठे अक्सर सिलाई का काम देने के बहाने उनके घर आता-जाता रहता था।
मार्च में वह आदर्श की मां से मिला और बताया कि जबलपुर मंडल के देवरी रेलवे स्टेशन में कॉमर्शियल विभाग में क्लर्क का पद खाली है, जहां वह आदर्श की नौकरी लगवा सकता है। इसके बदले में उसने 5 लाख रुपए की मांग की। और बताया कि यह पैसे अधिकारियों को देने होंगे।
रिश्ते में मामा लगने के कारण आदर्श और उसकी मां ने विश्वास कर लिया। उन्होंने तीन से चार किश्तों में सवा तीन लाख रुपए आरोपी को दे दिए। राकेश छात्र को मेडिकल टेस्ट के लिए रेलवे अस्पताल भी ले गया, जहां एक महिला से उसकी बातचीत भी करवाई गई।

छात्र को आईडी और वर्दी भी
मार्च में दस्तावेज जमा करने के बाद से आरोपी राकेश सराठे छात्र को रेलवे भर्ती प्रकोष्ठ, रेलवे अस्पताल और रेलवे गेस्ट हाउस ले जाता रहा, जिससे छात्र और उसने पैरेंट्स को लगे कि प्रक्रिया असली है। उसने आदर्श को नीलांबरी गेस्ट रूम भी दिखाया और इस दौरान छात्र को ट्रेनिंग के लिए एक फर्जी आईकार्ड और वर्दी दी, जिस पर “कंप्यूटर प्रकोष्ठ, पमरे, सिविल लाइंस” लिखा था।
बाद में आरोपी ने रेलवे अस्पताल बुलाकर आदर्श का मेडिकल करवाने का नाटक किया। बाद में एक निजी अस्पताल में एक्स-रे भी कराया गया।
महिला को रेलवे अफसर बनने दिए 5 हजार रुपए
आरोपी ने रेखा वर्मा नाम की महिला को रेलवे बोर्ड की अपसर बताकर छात्र से मिलवाया था। पीड़ित छात्र की शिकायत के बाद पुलिस ने जांच शुरू की। सबसे पहले विजय नगर घड़ी चौक निवासी रेखा वर्मा को हिरासत में लिया गया।
पुलिस पूछताछ में महिला ने बताया कि उसने राकेश के कहने पर खुद को रेलवे अधिकारी बताकर आदर्श से चर्चा की थी। इसके बदले में उसे 5 हजार रुपए मिले थे। इसके बाद पुलिस ने आरोपी राकेश सराठे को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी पर 2021 में इसी तरह ठगी करने का मामला पहले से दर्ज है।
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