हाइलाइट्स
- इंदौर में आई स्पेशलिस्ट डॉ. अनुराग श्रीवास्तव की मौत
- बैडमिंटन खेलने के दौरान सांस लेने में हुई परेशानी
- कार्डियक अरेस्ट से मौत की आशंका
Indore News: इंदौर में आई स्पेशलिस्ट डॉक्टर अनुराग श्रीवास्तव की सोमवार को बैडमिंटन खेलते हुए अचानक मौत हो गई। बैडमिंटन खेलने के दौरान उन्हें सांस लेने में परेशानी हुई। वे कुर्सी पर बैठ गए और फिर नहीं उठे। साथी डॉक्टर ने उन्हें सीपीआर (CPR) भी दिया। लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। माना जा रहा है कि डॉ. अनुराग श्रीवास्तव की मौत कार्डियक अरेस्ट से हुई।
पत्नी स्वीडन में, इंदौर में नेत्रदान
डॉ. अनुराग श्रीवास्तव की उम्र 64 वर्ष थी। उनकी पत्नी स्वीडन में हैं। उन्हें इस घटना की सूचना दे दी गई है। इधर, परिवार की सहमति ने एमवाय हॉस्पिटल में डॉ. अनुराग का नेत्रदान किया जा रहा है। बताते हैं डॉ. अनुराग श्रीवास्तव ने भी जिंदा रहते हुए नेत्रदान करने की इच्छा जताई थी।
दो गेम खेलने के बाद कुर्सी पर बैठे, फिर नहीं उठे
साथी दोस्तों ने बताया कि डॉ. अनुराग बैडमिंटन के अच्छे खिलाड़ी थे। वे रोज की तरह सोमवार सुबह सयाजी क्लब गए थे। वहां उन्होंने दो गेम खेले। कुछ बेचैनी होने के बाद सुबह करीब 8 बजे वे कुर्सी पर बैठ गए और एकदम बेसुध हो गए।
उनके नजदीकी डॉ. विक्रम गुप्ते ने बताया कि डॉ. श्रीवास्तव को तत्काल सीपीआर दिया गया, लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ा। मेदांता हॉस्पिटल ले जाने पर वहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
‘हार्ट संबंधी कोई परेशानी नहीं थी’
डॉ. विक्रम गुप्ते ने बताया कि डॉक्टर श्रीवास्तव को हार्ट संबंधी कोई परेशानी नहीं थी। करीब दो-तीन माह पहले स्पाइन की सर्जरी हुई थी, लेकिन अभी पूरी तरह स्वस्थ थे। परिवार की सहमति के बाद एमवाय हॉस्पिटल में उनके नेत्र दान किए जा रहे हैं।
पत्नी, बड़े बेटे के साथ स्वीडन में
डॉ. अनुराग श्रीवास्तव की पत्नी डायटिशियन हैं। बड़े बेटे का स्वीडन में स्टार्टअप है। मां उसके साथ वहीं हैं। छोटा बेटा डॉ. प्रांजल आर्मी में कैप्टन है और इन दिनों भोपाल में है। तीनों को सूचना दे दी गई है।
ग्वालियर में व्हाइट टाइगर मीरा के शावक की मौत: दो दिन से नहीं खा रहा था खाना, इस बीमारी से गई जान
White Tiger Shavak Death: ग्वालियर के गांधी प्राणी उद्यान से एक और दुखद खबर सामने आई है। रविवार की सुबह सफेद टाइगर ‘मीरा’ के 6 माह के नर शावक ‘आदि’ की मौत हो गई। आदि न्यूरो डिसऑर्डर से पीड़ित था और उसने दो दिन से कुछ नहीं खाया था। उद्यान के सूत्रों के मुताबिक आदि पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहा था। दो-तीन दिन पहले उसे बुखार आया था। इलाज शुरू किया गया, लेकिन उसकी स्थिति में सुधार नहीं हुआ। प्राणी उद्यान ने स्थानीय पशु चिकित्सक डॉ. संजय जादव और जबलपुर के वन्यजीव विशेषज्ञ डॉ. एके श्रीवास्तव की टीम बनाई। जो उसका इलाज कर रही थी। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…