हाइलाइट्स
- मध्यप्रदेश में एक बार फिर एक्टिव हुआ मानसून।
- 23 जिलों में 24 घंटे में भारी बारिश का अलर्ट।
- देवास समेत 3 जिलों में अति भारी वर्षा की चेतावनी।
MP Heavy Rain Alert 15 August 2025: मध्यप्रदेश में मानसून ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है। प्रदेश में नया मजबूत वेदर सिस्टम सक्रिय होते ही झमाझम बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है। मौसम विभाग ने आज शुक्रवार 15 अगस्त को इंदौर, उज्जैन, जबलपुर सहित 23 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही देवास, खंडवा और बुरहानपुर में अति भारी वर्षा की चेतावनी दी गई है। कुछ इलाकों में सुबह से ही बारिश शुरू हो चुकी है, जिससे 15 अगस्त को होने वाले स्वतंत्रता दिवस समारोहों में बाधा आने की आशंका जताई जा रही है। वहीं, 17 अगस्त को तेज बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक भारी अलर्ट जारी किया है।
प्रदेश में कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश
इससे पहले गुरुवार को भी प्रदेश भर में मौसम ने करवट ली। कहीं तेज तो कहीं रुक-रुक कर हल्की बारिश का दौर बना रहा। पचमढ़ी, जो प्रदेश का इकलौता हिल स्टेशन है, वहां 1.75 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई। गुना में 1.5 इंच और इंदौर में आधा इंच बारिश हुई। इसके अलावा बैतूल, दतिया, नर्मदापुरम, राजगढ़, उज्जैन, जबलपुर, टीकमगढ़ और शाजापुर जैसे कई जिलों में भी जोरदार बरसात का सिलसिला जारी रहा। साथ ही कुछ जिलों में दिन भर तेज धूप और उमस ने लोगों को खूब परेशान किया। प्रदेश में सबसे अधिक तापमान पृथ्वीपुर में 32.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि श्योपुर में अधिकतम तापमान 30.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
किन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने आज मध्यप्रदेश के मालवा-निमाड़ क्षेत्र में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। गौरतलब है कि इस मानसून सीजन में अब तक इंदौर और उज्जैन सहित इस संभाग के जिलों में सबसे कम बारिश दर्ज की गई है। ऐसे में यह बारिश वहां के लिए राहत लेकर आ सकती है। MID अपडेट के अनुसार इंदौर और उज्जैन समेत 23 जिलों में शुक्रवार को भारी बारिश का हो सकती है।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, देवास, खंडवा और बुरहानपुर में अगले 24 घंटों के भीतर 8.5 इंच तक बारिश होने की संभावना है। तीनों जिलों में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं, इंदौर, उज्जैन, खरगोन, बड़वानी, धार, अलीराजपुर, झाबुआ, रतलाम, नीमच, मंदसौर, सीहोर, हरदा, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, जबलपुर, बालाघाट, मंडला और डिंडौरी में 4.5 इंच तक बारिश का अनुमान है। इन जिलों में यलो अलर्ट हैं। भोपाल, ग्वालियर और अन्य जिलों में फिलहाल हल्की बारिश का सिलसिला बना रहने की संभावना जताई गई है।
क्यों हो रही है इतनी बारिश?
सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन के अनुसार, इस समय मध्यप्रदेश में कई सक्रिय मौसम प्रणालियाँ एक साथ काम कर रही हैं, जिनके कारण पूरे प्रदेश में बारिश का सिलसिला बना हुआ है। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश से होकर एक ट्रफ लाइन गुजर रही है, इसके साथ ही एक सक्रिय मानसून ट्रफ और तीन साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम भी एक्टिव हैं। यही नहीं, लो-प्रेशर एरिया (कम दबाव का क्षेत्र) भी सक्रिय है, जिससे वर्षा की तीव्रता और दायरा दोनों बढ़ रहे हैं।
एमपी में अब तक कितनी हुई बारिश?
अब तक मध्यप्रदेश में 30.3 इंच बारिश दर्ज की जा चुकी है, जबकि पूरे सीजन की औसत बारिश 37 इंच मानी जाती है। यानी, प्रदेश ने अब तक अपने वर्षा कोटे का 82% पूरा कर लिया है।
वर्तमान आंकड़ों के अनुसार, प्रदेश को अब कोटा पूरा करने के लिए मात्र 6.7 इंच और बारिश की जरूरत है। वहीं कुछ जिलों में औसत से 6.4 इंच अधिक यानी लगभग 23.9 इंच बारिश पहले ही हो चुकी है।
अगस्त में पूरा हो सकता है बारिश का कोटा
मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि अगस्त के दूसरे पखवाड़े से तेज बारिश का नया दौर शुरू होगा, जो महीने के अंत तक लगातार बना रहेगा। ऐसे में संभावना है कि राज्य के अधिकांश जिलों में अगस्त में ही बारिश का वार्षिक कोटा पूरा हो जाएगा। अब तक ग्वालियर समेत 10 जिलों में कोटा पहले ही पूरा हो चुका है। हालांकि, इंदौर और उज्जैन संभाग की स्थिति अब भी अपेक्षाकृत कमजोर बनी हुई है।
अगर क्षेत्रवार आंकड़ों की बात करें तो, पूर्वी मध्यप्रदेश (जबलपुर, सागर, शहडोल और रीवा संभाग) में अब तक 33% ज्यादा बारिश हो चुकी है। जबकि पश्चिमी मध्यप्रदेश (भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल और नर्मदापुरम संभाग) में 21% अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है। राज्य भर में औसतन 27% ज्यादा बारिश हो चुकी है, जो इस मानसून की रफ्तार को दर्शाता है।