हाइलाइट्स
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मध्यप्रदेश का पहला डिजिटल रिकॉर्ड रूम
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जबलपुर कलेक्ट्रेट में बना डिजिटल रिकॉर्ड रूम
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एक क्लिक पर मिलेंगे 100 साल पुराने डॉक्यूमेंट्स
MP first digital record room jabalpur: मध्यप्रदेश के जबलपुर में जमीन के 100 साल पुराने दस्तावेज भी आसानी से मिलेंगे। जबलपुर कलेक्ट्रेट में मध्यप्रदेश का पहला डिजिटल रिकॉर्ड रूम बनकर तैयार है। एक क्लिक पर डॉक्यूमेंट आपके सामने होंगे। जमीनों के दस्तावेज स्कैन करके डिजिटल तो किए ही गए हैं, उन्हें प्लास्टिक के डिब्बों में संभालकर रिकॉर्ड रूम में रखा गया है।
सीएम मोहन यादव ने किया डिजिटल रिकॉर्ड रूम का लोकार्पण

आज जबलपुर कलेक्टर कार्यालय में नवीनीकृत राजस्व अभिलेखागार का लोकार्पण किया।
प्रदेशवासियों को सहज, सुरक्षित और सुलभ सेवाएं उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता हैं। डिजिटलीकरण और आधुनिक तकनीक से युक्त यह अभिलेखागार सुशासन, पारदर्शिता और राजस्व व्यवस्था को नई गति देगा तथा राजस्व सेवाओं… pic.twitter.com/AvlOxpNE4v
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) May 1, 2025
जबलपुर में जमीन से जुड़े कागज करीब 48 लाख
जबलपुर में 1909-10 से लेकर आज तक का राजस्व रिकॉर्ड उपलब्ध है। 116 साल में जमीन के कागजों की संख्या करीब 48 लाख हो गई है। इनमें से 14 लाख डॉक्यूमेंट्स को स्कैन करके डिजिटल फॉर्मेट में तैयार कर लिया है।
तहसील और नाम बताने की जरूरत
पहले जमीन के रिकार्ड तलाशने में कर्मचारियों की जरूरत होती थी। अब MP का पहला राजस्व रिकार्ड रूम पूरी तरह से डिजिटल हो गया है। तहसील और नाम बताने पर एक क्लिक से राजस्व रिकॉर्ड की जानकारी आपको मिल जाएगी।
प्लास्टिक के डिब्बों में सुरक्षित डॉक्यूमेंट

राजस्व मामले और पुराने दस्तावेजों को व्यवस्थित तरीके से प्लास्टिक बैग में डालकर प्लास्टिक के बॉक्स में रखा गया है। हर प्लास्टिक बॉक्स में तहसील के हिसाब से कलर कोडिंग है। मौजा वार, वर्ष वार, मद वार केस के डिटेल स्टिकर लगाए हैं। हर रैक की शेल्फ को एक यूनिक नंबर दिया गया है।
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ऑनलाइन एप्लीकेशन पर अपलोड रिकॉर्ड
डिजिटल रिकॉर्ड रूम की सारी जानकारी ऑनलाइन एप्लिकेशन तैयार करके उस पर अपलोड की गई है। आवेदक घर बैठे मोबाइल ऐप से रिकॉर्ड प्राप्त कर सकता है। जबलपुर के कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना ने रिकॉर्ड से जुड़े डॉक्यूमेंट्स तलाश करने का सरल तरीका निकाला है। प्लास्टिक के डिब्बों में रिकॉर्ड को कई सालों तक सुरक्षित रख सकते हैं। रिकार्ड रूम को बैंक लॉकर की तरह बनाया है। किस तहसील और किस नाम का रिकॉर्ड कंप्यूटर के जरिए एक क्लिक पर आसानी से पता चल जाएगा।
गर्मी में सफर होगा आसान, MP से चलेगी समर स्पेशल ट्रेन, इसमें 20 जनरल कोच, जानें शेड्यूल
Summer Special Train: गर्मी की छुट्टियों में यात्रियों की सुविधाओं और आरामदायक यात्रा के मद्देनजर भारतीय रेलवे ने देशभर में कई समर स्पेशल ट्रेन चलाई हैं। अब रेल प्रशासन ने मध्य प्रदेश के रीवा से बांद्रा टर्मिनस के बीच समर स्पेशल ट्रेन चलाने का फैसला लिया है। यह ट्रेन अनारक्षित श्रेणी में रहेगी और मई 2025 में पांच ट्रिप चलेगी। रेल ने यह स्पेशल ट्रेन यात्रियों को सफर के दौरान होने वाली भीड़ और असुविधा से राहत देने के लिए चलाई है। यात्रियों के लिए यह सेवा सुविधाजनक और बिना आरक्षण के यात्रा का विकल्प देगी। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें…