Advertisment

MP Dhar Bhojshala: इंदौर हाईकोर्ट में पेश हुई भोजशाला की 2000 पन्नों की रिपोर्ट, हिंदू-मुस्लिम पक्ष ने किए ये दावे

MP Dhar Bhojshala: इंदौर हाईकोर्ट में पेश हुई भोजशाला की 2000 पन्नों की रिपोर्ट, हिंदू-मुस्लिम पक्ष ने किए ये दावे

author-image
Preetam Manjhi
MP Dhar Bhojshala: इंदौर हाईकोर्ट में पेश हुई भोजशाला की 2000 पन्नों की रिपोर्ट, हिंदू-मुस्लिम पक्ष ने किए ये दावे

हाइलाइट्स

  • धार भोजशाला की रिपोर्ट हाईकोर्ट में पेश
  • वकील हिमांशु जोशी ने की रिपोर्ट पेश
  • हिंदू-मुस्लिम पक्ष ने किए दावे
Advertisment

MP Dhar Bhojshala: मध्य प्रदेश के धार की भोजशाला की 2000 पन्नों की रिपोर्ट ASI के वकील हिमांशु जोशी ने इंदौर हाईकोर्ट में पेश कर दी है। आपको बता दें कि धार की भोजशाला मंदिर है या मस्जिद? ये पता लगाने के लिए 98 दिन वैज्ञानिक सर्वे चला था। सभी पक्षों को ये रिपोर्ट मीडिया से शेयर नहीं करने के निर्देश को दिए गए हैं।

https://twitter.com/BansalNewsMPCG/status/1812778569803637056

सर्वे रिपोर्ट में हैं 2000 से ज्यादा पन्ने

आपको बता दें कि ये रिपोर्ट 2000 से ज्यादा पन्नों की है। धार की भोजशाला में सर्वे और खुदाई में 1700 से ज्यादा प्रमाण और अवशेष निकले हैं, जिन्हें इस रिपोर्ट में शामिल किया गया है। आने वाली 22 जुलाई को इस पर सुनवाई होगी।

MP-Dhar-Bhojshala

हिंदू पक्ष ने किया ये दावा

धार की भोजशाला (MP Dhar Bhojshala) को लेकर हिंदू पक्ष के याचिकाकर्ता आशीष गोयल ने दावा करते हुए कहा है कि जो सर्वे हमाने सामने हुआ था, उसके आधार पर ये इमारत राज भोज के समय की ही साबित होगी,जिसे सन् 1034 में बनाया गया था।

Advertisment

ASI ने जो सर्वे किया है, उसमें कई प्राचीनकाल की मूर्तियां मिली हैं। जो परमारकालीन भी हो सकती हैं। यदि इस तरह देखा जाए तो ये भोजशाला परमारकालीन इमारत साबित होगी।

MP-Dhar-Bhojshala

मुस्लिम पक्ष ने ये कहा

धार के शहर काजी वकार सादिक के मुताबिक, धार भोजशाला (MP Dhar Bhojshala) की ASI रिपोर्ट हाईकोर्ट रिपोर्ट में पेश होने की सूचना मिली है। इसके लिए सुप्रीम कोर्ट पहले ही निर्देश दे चुका है कि रिपोर्ट के आधार पर ही कोई एक्शन लिया जाएगा। आने वाली 22 जुलाई को इस पर सुनवाई है, लेकिन फैसला सुप्रीम कोर्ट स्तर से ही करना है।

MP-Dhar-Bhojshala

सर्वे में सामने आए थे ये 7 प्रमुख तथ्य

- गर्भगृह का पिछला हिस्सा: इस हिस्से में अंदर 27 फीट तक खुदाई की गई, जहां दीवार का ढांचा मिला है।

Advertisment

- सीढ़ियों के नीचे का बंद कमरा: यहां से देवी-देवताओं की प्रतिमाएं मिली हैं, जिनमें वाग्देवी, मां सरस्वती, हनुमानजी, गणेशजी समेत अन्य देवी प्रतिमा शामिल हैं। इसके साथ ही शंख, चक्र सहित 79 अवशेष भी मिले हैं।

- उत्तर-पूर्वी कोना और दरगाह का पश्चिमी हिस्सा: इस हिस्से से भगवान श्रीकृष्ण, वासुकी नाग और शिवजी की प्रतिमा मिली हैं।

- उत्तर-दक्षिणी कोना: यहां से स्तंभ, तलवार और दीवारों के 150 नक्काशी वाले अवशेष मिले हैं।

Advertisment

- यज्ञशाला के पास: यहां से सनातनी आकृतियों वाले पत्थर मिले हैं।

- दरगाह: यहां से अंडरग्राउंड अक्कल कुइया चिह्नित हुई है।

- स्तंभों पर: यहां केमिकल ट्रीटमेंट किया गया, इसके बाद सीता-राम और ओम नम: शिवाय की आकृतियां चिह्नित हुई हैं।

MP-Dhar-Bhojshala<br />

हाईकोर्ट ने दिए थे सर्वे करने के आदेश

हाईकोर्ट ने धार भोजशाला में सर्वे करने के आदेश 11 मार्च को दिया था। ये इमारत एक संरक्षित साइट है। साल 2022 में हिंदू फ्रंट जस्टिस नाम से पिटिशन हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस प्लस भोजसेवा संस्थान ने याचिका दायर की थी। इसमें भोजशाला को मंदिर बताया गया था और साइंटिफिक तरीके से सर्वे कराने की मांग की गई थी।

ये खबर भी पढ़ें: PM कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस शुरू: खंडवा विधायक ने पहले फीता काटा फिर दिया एग्जाम, कहा- पढ़ने की नहीं होती कोई उम्र

Advertisment
WhatsApp Icon चैनल से जुड़ें