भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार ने एक सराहनीय कदम उठाया है। अब प्रदेश में कॉलेज में पढ़ाई और एडमिशन के लिए उम्र का बंधन पूरी तरीके से खत्म कर दिया है। यानी अब स्कूलो के बाद कॉलेजों में युवाओं के साथ अधेड़ और बुजुर्ग भी एडमिशन ले सकेंगे और साथ पढ़ाई कर सकेंगे। मालूम हो कि अभी तक उम्र के चक्कर में एक सीमा के बाद कोई व्यक्ति पढ़ाई नहीं कर सकता था। लेकिन अब सरकार के इस फैसले के बाद उम्र सीमा की कोई जरूरत नहीं होगी।
कोई भी व्यक्ति किसी भी उम्र में दाखिला ले सकेगा
अब कोई भी व्यक्ति किसी भी उम्र में दाखिला ले सकेगा। उच्च शिक्षा विभाग ने कॉलेजों में दाखिला लेने के लिए गाइडलाइ जारी की है। मालूम हो कि पहले अगर कोई व्यक्ति पीजी में दाखिला लेना चाहता था तो दाखिले की अधिकतम उम्र 28 वर्ष थी, जबकि यूजी में एडमिशन लेने के लिए 21 वर्ष थी। लेकिन अब सितंबर से शुरू होने वाले नए सत्र के लिए आयु बंधन को समाप्त कर दिया गया है। बतादें कि प्रदेश के सभी प्राइवेट और सरकारी कॉलेजों में 1 अगस्त से एडमिशन की प्रक्रिया शुरू हो रही है। ऐसे में जो लोग एडमिशन लेना चाहते हैं वे 1 अगस्त से एडमिशन ले सकते हैं।
गाइडलाइन में और क्या है?
नई गाइडलाइन के तहत अगर पीजी कक्षाओं में प्रवेश के लिए यूजी अंतिम वर्ष का परीक्षा परिणाम घोषित नहीं हुआ है, तो प्रवेश के लिए पहले और दूसरे साल के सेमेस्टर सिस्टम से पहले और चौथे सेमेस्टर तक के कुल अंकों के प्राप्तांकों का प्रतिशत ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में दर्ज करना होगा। एडमिशन के बीच में अगर परीक्षा पिरणाम घोषित होता है, तब आवेदक को हेल्पलाइन सेंटर पर उपस्थित होकर पोर्टल पर अपने रिजल्ट को अपडेट करवाना होगा। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के समय एक और अधिकतम 7 कॉलेजों के लिए च्वॉइस फिलिंग कर सकेंगे।