भोपाल। मप्र विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे MP Budget Satra 2021 दिन प्रश्नकाल हुआ। करीब एक साल बाद हुए इस प्रश्नकाल के दौरान काफी हंगामा हुआ। विपक्ष ने सत्ता पक्ष को घेरने की कोशिश की। पूर्व मंत्री बाला बच्चन के 11 महीने में सरकार के कर्ज लेने के सवाल पर काफी नोंक झोंक हुई। दरअसल बाला बच्चन ने पूछा था कि सरकार ने 11 महीने के भीतर कितना कर्ज लिया और केंद्र से जो जीएसटी क्षतिपूर्ति की।
केंद्र को कितने पत्र लिखे
करीब ढाई हजार करोड़ की राशि की मांग के लिए केंद्र को कितने पत्र लिखे। इस सवाल के जवाब में वित्त मंत्री ने कहा कि बाजार से 23 हजार करोड़ का कर्ज लिया गया, लेकिन बाकी बैकों से कर्ज लेने के मामले को लेकर वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि जब तक इस वित्तीय वर्ष की कैग की रिपोर्ट नहीं मिलती तब तक वो जवाब नहीं दे सकते।
बजट में प्रावधान किया गया
इसपर विपक्ष के सदस्यों ने कहा कि बजट में प्रावधान किया गया है तो फिर क्यों नहीं बताया जा रहा है और जीएसटी क्षतिपूर्ति की राशि को वापस लेने के लिए क्या पहल की जा रही है। विपक्ष ने आरोप लगाया कि केंद्र जीएसटी क्षतिपूर्ति राशि ना देकर मप्र की जनता का अपमान कर रही है। वित्त मंत्री ने कहा कि केंद्र पूरा सहयोग कर रहा है। इस मसले पर काफी हंगामा हुआ।
पेट्रोल-डीजल की कीमत पर विपक्ष का वाकआउट
विधानसभा में शून्यकाल में विपक्ष ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों का मुद्दा उठाया। शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा सज्जन सिंह वर्मा, प्रियव्रत सिंह सहित कांग्रेसी कई विधायकों ने सदन में उठाया, लेकिन अध्यक्ष गिरीश गौतम ने इस पर चर्चा करने से मना कर दिया। इस पर कांग्रेस विधायक भड़क गए और विरोध वॉकआउट कर दिया। कांग्रेस के विधायक सदन गांधी जी की प्रतिमा के समक्ष धरने पर बैठ गए।
2 मार्च को पेश होगा बजट
33 दिन चलने वाले बजट सत्र में कुल 23 बैठकें होंगी। 2 मार्च को वित्तीय वर्ष 2021-22 का बजट पेश किया जाएगा। इस बजट में खास बात यह है कि कोरोना महामारी के कारण राज्य सरकार इस बार खर्चों में कटौती पर फोकस कर रही है। माना जा रहा है कि इस बार राज्य सरकार खर्चों में कटौती कर करीब तीन हजार करोड़ रुपए बचाने का जतन कर रही है।