हाइलाइट्स
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मध्य प्रदेश में 201 है मॉडल स्कूलों की संख्या
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बड़ी संख्या में स्टूडेंट को दिखाया जाएगा बाहर का रास्ता
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लोक शिक्षण संचालनालय ने जारी किये हैं आदेश
MP Model School Admission: देश में 10वीं का सबसे खराब रिजल्ट मध्य प्रदेश का है।
खराब रिजल्ट के कारण हर मोर्चे पर किरकिरी होने के बाद अब स्कूल शिक्षा विभाग ने बड़ी तैयारी कर ली है।
एमपी के 201 मॉडल स्कूलों से खराब प्रदर्शन करने वाले स्टूडेंट को बाहर का रास्ता दिखाया जाने वाला है।
इन स्टूडेंट को दिखाया जाएगा बाहर का रास्ता
मॉडल स्कूल (MP Model School Admission) के ऐसे स्टूडेंट जिन्होंने 10वीं कक्षा में 60 प्रतिशत अंक भी नहीं लाए हैं, उन्हें स्कूल से बाहर करने की तैयारी है।
सीधी भाषा में कहें तो मॉडल स्कूल में सेकंड और थर्ड डिवीजन में पास हुए स्टूडेंट के साथ ही सप्लीमेंट्री और फेल हुए छात्रों को स्कूल से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा।
इन स्टूडेंट को अन्य स्कूलों में लेना होगा एडमिशन
मॉडल स्कूलों (MP Model School Admission) से बाहर होने वाले स्टूडेंट को अन्य स्कूलों में एडमिशन लेना होगा। इसके लिए इन्हें पास के ही अन्य सरकारी स्कूलों में दाखिला दिलाया जाएगा।
यदि किसी स्टूडेंट के 10वीं कक्षा में 60 फीसदी अंक नहीं आए हैं तो उसे प्रदेश के किसी भी मॉडल स्कूल में दाखिला नहीं मिलेगा।
सरकारी स्कूलों की ये रही परफॉर्मेंस
एमपी बोर्ड में 10वीं का रिजल्ट 58.10% (MP Board 10th Result 2024) रहा। ये वर्तमान में अन्य राज्यों की तुलना में देश में सबसे कम है।
सरकारी स्कूलों का 56.32% रिजल्ट रहा है। 5 लाख 8989 स्टूडेंट में से सिर्फ 1 लाख 62 हजार 945 स्टूडेंट ही प्रथम श्रेणी में पास हुए हैं।
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मॉडल स्कूलों में एडमिशन के लिए आदेश जारी
लोक शिक्षण संचालनालय (DPI) ने शैक्षणिक सत्र 2024-25 में मॉडल स्कूलों में एडमिशन संबंधी आदेश जारी कर दिए हैं।
डीपीआई आयुक्त शिल्पा गुप्ता ने प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों (DEO) को आदेश दिये हैं कि मॉडल स्कूल में ही पढ़ने वाले ऐसे स्टूडेंट जिन्होंने 60% या उससे अधिक अंक लाए हैं उन्हें 11वीं कक्षा में सीधे प्रवेश (MP Model School Admission) दिया जाएगा।
किसी मॉडल स्कूल में कोई सीट खाली रहती है तो ब्लॉक के अन्य ऐसे स्टूडेंट जिन्होंने 10वीं कक्षा में 60% या उससे अधिक अंक लाए हैं उन्हें 11वीं कक्षा में प्रवेश दिया जाएगा।
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चार साल से बदल गया है नियम
मॉडल स्कूल के रिटायर्ड शिक्षक अशोक शर्मा ने बताया कि पहले ऐसे नहीं होता था, लेकिन करीब 4 साल पहले नियम को बदल दिया है।
अब यदि मॉडल स्कूल (MP Model School Admission) में पढ़ने वाला बच्चा 10वीं में 60% अंक नहीं लाता है तो उसे स्कूल से निकाल दिया जाता है।
इस स्थिति में उसका दाखिला अन्य सरकारी स्कूल (MP Govt School) में करवाया जाता है।