MP Board Exam 2025: एमपी बोर्ड की 10वीं-12वीं परीक्षा 25 फरवरी से शुरू होगी। एग्जाम में केंद्राध्यक्ष और सहायक केंद्राध्यक्ष सिर्फ उन्हीं टीचर्स को बनाया जाएगा, जिनके बच्चे परीक्षा में शामिल नहीं होंगे। चुने गए शिक्षक गंभीर रूप से बीमार और शारीरिक रूप से असमर्थ नहीं होना चाहिए।
ऐसे लोगों को केंद्राध्यक्ष बनाने की मनाही
इस संबंध में एमपी बोर्ड ने सभी कलेक्टर को केंद्राध्यक्ष, सहायक केंद्राध्यक्ष और पर्यवेक्षक रखे जाने के लिए गाइडलाइन जारी की है। इसके तहत इनका चयन कलेक्टर द्वारा किया जाएगा। कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित समिति में सीईओ जिला पंचायत, जिला शिक्षा अधिकारी, सहायक आयुक्त आदिम जाति कल्याण, प्राचार्य शासकीय उमावि और संभागीय अफसर माशिमं शामिल होंगे।
केंद्राध्यक्ष और सहायक केंद्रध्यक्ष की नियुक्ति जिला स्तर पर की जाएगी। साथ ही जिले के परीक्षा केंद्रों की संख्या से 20% रिजर्व के रूप में रहेगी। एग्जाम सेंटर पर नियुक्त केंद्राध्यक्ष उसी स्कूल का नहीं होगा। वहीं, संबंधित स्कूल के छात्र उक्त सेंटर से परीक्षा में शामिल नहीं होंगे। जिस संस्था के केंद्राध्यक्ष और पर्यवेक्षक को नियुक्त किया गया है।
10 जनवरी तक होगी नियुक्ति
10 जनवरी तक केंद्राध्यक्ष, सहायक केंद्राध्यक्ष और पर्यवेक्षकों की नियुक्ति होगी। रिजर्व में रखे शिक्षकों की परीक्षा के दौरान जरूरत पड़ने पर इसकी अनुमति जिला शिक्षा अधिकारी को कलेक्टर से लेनी होगी।
चयनित केंद्राध्यक्ष और सहायक केंद्राध्यक्ष को मंडल परीक्षाओं के प्रश्न पत्र लेने के बाद बदला नहीं जाएगा। क्वेश्चन पेपर बटने के बाद आकस्मिक परिस्थिति में सचिव, माध्यमिक शिक्षा मंडल की परमिशन के बाद बदलाव किया जाएगा।
मोबाइल ऐप से होगी ट्रेकिंग
बता दें परीक्षा में शामिल होने वाले अधिकारियों की ट्रेकिंग ऐप से की जाएगी। भोपाल में इसके लिए कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। यदि परीक्षा से जुड़े कोई कर्मचारी समय से नहीं पहुंचता है तो उनका एब्सेंट सर्वर पर रिकॉर्ड होगा। साथ ही उनकी लोकेशन भी ट्रेस होगी। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही सामने आने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। एग्जाम की गोपनियता पर खास तौर पर ध्यान दिया जा रहा है।
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