MP Board 10th-12th New Exam Pattern 2025: मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) ने 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। अब से सप्लीमेंट्री एग्जाम का प्रावधान समाप्त कर दिया गया है। इसके स्थान पर दो मुख्य परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी। यह निर्णय राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के तहत लिया गया है और इसे शिक्षा सत्र 2024-25 से लागू किया जाएगा।
नई परीक्षा प्रणाली के मुख्य बिंदु
दो मुख्य परीक्षाएं
- पहली परीक्षा फरवरी-मार्च में आयोजित की जाएगी।
- दूसरी परीक्षा जुलाई में उन छात्रों के लिए होगी, जो पहली परीक्षा में एक या अधिक विषयों में फेल हो जाते हैं या अपने अंक सुधारना चाहते हैं।
पूरक परीक्षा की जगह द्वितीय अवसर
- पहले एक या दो विषयों में फेल होने वाले छात्र पूरक परीक्षा में शामिल होते थे। अब ऐसे छात्र द्वितीय अवसर की मुख्य परीक्षा में बैठ सकेंगे।
- छात्र चाहें तो केवल उन विषयों की परीक्षा दे सकते हैं, जिनमें वे फेल हुए हैं, या सभी विषयों की परीक्षा देकर अपने अंक सुधार सकते हैं।
रिजल्ट तैयार करने की नई प्रक्रिया
- दोनों परीक्षाओं में छात्रों के सर्वश्रेष्ठ अंकों के आधार पर अंतिम परिणाम तैयार किया जाएगा।
- इससे छात्रों को बेहतर परिणाम प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।
नई प्रणाली का उद्देश्य
- छात्रों को अधिक अवसर प्रदान करना।
- पूरक परीक्षा की जटिल प्रक्रिया को समाप्त करना।
- राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप शिक्षा प्रणाली को आधुनिक बनाना।
पिछले आंकड़े
पिछले साल 10वीं और 12वीं की परीक्षा में लगभग 2.20 लाख छात्रों को पूरक परीक्षा देनी पड़ी थी। वहीं, 5.60 लाख छात्र फेल हुए थे। नई प्रणाली से ऐसे छात्रों को दोबारा परीक्षा देकर अपने अंक सुधारने का मौका मिलेगा।
अन्य राज्यों में लागू प्रणाली
यह प्रणाली गुजरात और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में पहले से ही लागू है। मध्य प्रदेश बोर्ड ने भी अब इसी मॉडल को अपनाया है। मंडल की साधारण सभा ने इस प्रस्ताव को शासन को भेज दिया है। जल्द ही इसे अंतिम रूप दे दिया जाएगा। नई प्रणाली 2024-25 सत्र से लागू होगी।
स्कूल शिक्षा विभाग के उपसचिव ओएल मंडलोई के अनुसार, एमपी बोर्ड की 10वीं-12वीं की दो मुख्य परीक्षा कराने का प्रस्ताव है। इसमें दो एग्जाम में स्टूडेंट्स का जो बेस्ट परिणाम होगा। उसके आधार पर रिजल्ट बनेगा।
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