हाईलाइट्स
पचमढ़ी में बीजेपी का तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर।
आज विधायकों के अलग-अलग ग्रुप बनाकर होगी चर्चा।
एसटी-एससी प्रभाव वाली सीटों के ग्रुप बनाकर होगी चर्चा।
Pachmarhi BJP Training Camp 2025: मध्य प्रदेश के भारतीय जनता पार्टी ने अपने सांसद और विधायकों के लिए पचमढ़ी में तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य जनप्रतिनिधियों को सशक्त और कुशल बनाना है, ताकि वे अपने निर्वाचन क्षेत्रों में प्रभावी कार्य कर सकें। तीन दिन चलने वाला यह प्रशिक्षण शिविर सोमवार 16 जून तक चलेगा।
प्रशिक्षण वर्ग का आज दूसरा दिन
आज रविवार (15 जून) सांसद-विधायकों के प्रशिक्षण वर्ग के दूसरे दिन पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री भाग ले रहे हैं। आज प्रशिक्षण वर्ग को बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावडे़, बीजेपी के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, प्रदेश प्रभारी डॉ. महेंद्र सिंह, हितानंद शर्मा सहित अलग-अलग नेता अलग-अलग सत्रों में संबोधित करेंगे। इसमें मंत्रियों और सांसदों के लिए अलग-अलग सत्र होंगे।
आज के कार्यक्रम में एसटी-एससी प्रभाव वाली सीटों के ग्रुप बनाकर चर्चा होगी। इसमें पार्टी के वरिष्ठ नेता संसदीय कार्य प्रणाली, निर्वाचन क्षेत्र प्रबंधन, नवाचार, चुनौतियों और सदन में भूमिका पर चर्चा करेंगे।प्रशिक्षण में दलित और आदिवासी वर्ग के प्रभाव वाली सीटों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
सांसद-विधायकों के लिए प्रशिक्षण शिविर
प्रशिक्षण शिविर में मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री-विधायक, लोकसभा-राज्यसभा सांसद शामिल हो रहे हैं। सांसद और विधायकों के लिए विभिन्न सत्रों का आयोजन किया गया है। इन सत्रों में निर्वाचन क्षेत्र के प्रबंधन, नवाचार, चुनौतियां और सदन में भूमिका पर चर्चा की जा रही है। रविवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मौजूद कार्यक्रम में रहेंगे। सीएम मोहन शनिवार को उद्घाटन सत्र में भी शामिल हुए। साथ ही पूर्व सीएम और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद रहेंगे।
प्रशिक्षण के दूसरे दिन को तीन ग्रुप में बांटा
आज का यह सत्र निर्वाचन क्षेत्र के प्रबंधन, अनुभव और चुनौती पर केंद्रित होगा। तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के दूसरे दिन निर्वाचन क्षेत्र के प्रबंधन, नवाचार, चुनौतियां और सदन में भूमिका पर तीन ग्रुप बनाकर चर्चा की जाएगी। इसमें पहली और दूसरी बार के विधायकों के अलग-अलग ग्रुप बनेंगे और वरिष्ठ नेता इनके साथ समूह चर्चा करेंगे।
ग्रुप-1: पहली और दूसरी बार के विधायकों के लिए सत्र
- इस सत्र में मंदसौर सांसद सुधीर गुप्ता और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीताशरण शर्मा ने विधायकों को विधानसभा के नियम, कानूनों की प्रक्रिया और अपने विधानसभा क्षेत्र में काम करने के तौर तरीकों पर विस्तृत जानकारी देंगे।
ग्रुप-2: वरिष्ठ विधायकों के लिए सत्र
- इस सत्र में डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला, विधायक प्रदीप लारिया और हरिशंकर खटीक ने विधायकों को निर्वाचन क्षेत्र प्रबंधन, नवाचार और चुनौतियों पर चर्चा करेंगे। इस सत्र में अनुभवी नेताओं को आगामी चुनावों में अपनी भूमिका के लिए तैयार किया जाएगा।
ग्रुप-3: सांसदों के लिए विशेष सत्र
- यह विशेष ग्रुप में लोकसभा और राज्यसभा के सांसदों के लिए होगा। इसमें केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार खटीक और दुर्गादास उईके सांसदों को संसदीय कार्य प्रणाली, संसद में कार्यशैली, जनहित के मुद्दे और क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व पर मार्गदर्शन देंगे।
दलित और आदिवासी वर्ग की सीटों पर विशेष ध्यान
प्रशिक्षण शिविर में दलित और आदिवासी वर्ग के प्रभाव वाली विधानसभा सीटों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। दलित-आदिवासी के प्रभाव वाली सीटों के 3 समानांतर सत्र चलेंगे। एससी और एसटी के लिए आरक्षित सीटों के विधायकों, सांसदों से क्षेत्रीय संगठन मंत्री अजय जामवाल, लाल सिंह आर्य, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा और मंडला सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते ने चर्चा की। इन सत्रों में समाज के मुद्दों, स्थानीय मतदाताओं की अपेक्षाएं और सामाजिक समरसता जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा होगी।
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पहला दिन: शाह ने नेताओं को सिखाया अनुशासन
शनिवार को शिविर का उद्घाटन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सांसदों और विधायकों को अनुशासन का महत्व समझाया। अपने संबोधन में उन्होंने जनसंघ से लेकर भाजपा तक की लंबी विकास यात्रा का उल्लेख करते हुए पार्टी की विचारधारा, संगठनात्मक मजबूती और सिद्धांतों पर विस्तार से बात की। शाह ने सांसदों और विधायकों को अनुशासित रहने और जिम्मेदारी के साथ व्यवहार करने की सख्त हिदायत दी।
लगभग एक घंटे चली इस सत्र में उन्होंने स्पष्ट किया कि बयानबाजी में लापरवाही पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा सकती है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यदि कोई गलती हो जाए, तो उसकी पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए। शाह ने नेताओं को सतर्कता और आत्मनियंत्रण बनाए रखने की सलाह दी।
प्रशिक्षण का उद्देश्य क्या है?
बीजेपी इस प्रशिक्षण शिविर के माध्यम से अपने जनप्रतिनिधियों को महत्वपूर्व पहलुओं पर प्रशिक्षित कर रही है। जैसे
जनता के साथ व्यवहार (Public Dealing)
समय का सही प्रबंधन (Time Management)
डिजिटल और मोबाइल कम्युनिकेशन (Mobile Management)
पार्टी की वैचारिक रीति-नीति
विधानसभा और लोकसभा में व्यवहार और नेतृत्व क्षमता
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