भोपाल। MP Bhopal News: वायुसेना का 91वां स्थापना दिवस आज पर भोपाल के आसमान में लड़ाकू विमान गरजेंगे। बीते तीन से चार दिनों की प्रेक्टिस के बाद आज फाइनल एयर शो होने जा रहा है। जिसमें केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी शामिल होगे। लोगों का सुबह से ही वीआईपी रोड पर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। सीएम शिवराज भी कार्यक्रम में शामिल होंगे। गवर्नर मंगुभाई पटेल कार्यक्र के मुख्य अतिथि होंगे।
ये विमान करेंगे शक्ति प्रदर्शन
आपको बता दें इस शो में सुकोई, राफेल सहित 50 फाइटर प्लेन और लड़ाकू हेलीकॉप्टर कलाबाजी दिखाएंगे।
भोपाल में एयर शो पहली बार भोपाल के आसमान पर
बड़े तालाब पर दिखेगा लड़ाकू विमानों का नजारा आगरा, ग्वालियर और गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस से ये फाइटर प्लेन उड़ान भरकर 30 सितंबर को भोपाल आएंगे। विंड एंड वेव्स पर दर्शकों के लिए विशेष व्यवस्था की जाएगी। सूर्य किरण ने भोपाल में 2006 में किया था।
पहली बार पैराशूट से उतरेंगे पायलट
पहली बार पैराशूट से पायलट उतरेंगे। एयर शो के साथ ही स्काय डाइविंग का रोमांच भी नजर आएगा। इसमें एक निश्चित ऊंचाई से फाइटर प्लेन से एयरफोर्स के जवान पैराशूट से जंप लगाएंगे। जवानों के उतरने की जगह भी तय होगी। यह पहली बार इतने बड़े स्तर पर एयर शो और पैराशूट के कार्यक्रम एक साथ होंगे।
वायुसेना का इतिहास
1 अप्रैल 1933 को वायुसेना का पहला दस्ता बना।
6 आएएफ-ट्रेंड ऑफिसर और 19 जवानों को शामिल किया।
वायु सेना के पहले कमांडर इन चीफ, एयर मार्शल सर थॉमस डब्ल्यू एल्महर्स्ट थे।
15 अगस्त 1947 से 22 फरवरी 1950 तक इस पद पर बने रहे थे।
भारत की वायुसेना द्वितीय विश्व युद्ध में शामिल हुई।
किंग जार्ज VI ने सेना को ‘रायल’ प्रीफिक्स से नवाजा था।
आजादी से पहले वायुसेना को रॉयल इंडियन एयर फोर्स कहा जाता था।
बाद में “रॉयल” शब्द को हटाकर “इंडियन एयरफोर्स” कर दिया।
भारत USA, रूस, चीन के बाद दुनिया की चौथी सबसे बड़ी वायुसेना।