MP Atishesh Teacher Samayojan News: मध्यप्रदेश में शिक्षा विभाग एक बार फिर अतिशेष शिक्षकों के समायोजन की प्रक्रिया को लेकर उलझ गया है। एजुकेशन पोर्टल 3.0 (Education Portal) पर अब तक स्कूलों के पदों की संख्या ही ठीक से तय नहीं हो सकी है। कभी पद ज्यादा दिखते हैं, कभी कम, जिससे पूरी प्रक्रिया सवालों के घेरे में आ गई है।
पोर्टल की तकनीकी गड़बड़ी बनी बड़ी वजह
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शिक्षा विभाग को जून 2025 तक समायोजन प्रक्रिया पूरी करनी थी, लेकिन अब तक यह शुरू भी नहीं हो पाई।
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कई शिक्षकों को उच्च पदों का प्रभार दिया गया है, जैसे मिडिल स्कूल के शिक्षक को हाईस्कूल या हायर सेकेंडरी में भेज दिया गया।
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लेकिन पोर्टल पर अभी भी उनके मूल पद ही अपडेट नहीं हुए हैं, जिससे भ्रम की स्थिति बन गई है।
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एजुकेशन पोर्टल 2.0 का डेटा बिना संशोधन के सीधे पोर्टल 3.0 पर अपलोड कर दिया गया, जो गड़बड़ियों की बड़ी वजह है।
प्रिंसिपल भी अतिशेष की सूची में
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जिन स्कूलों में प्रिंसिपल को हायर सेकेंडरी का प्रभार मिला है, वहां भी स्थिति स्पष्ट नहीं है।
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पोर्टल पर उनका पुराना पद ही दर्ज है, जिससे उन्हें अतिशेष की श्रेणी में डाल दिया गया है।
स्कूलों के पदों की जानकारी खुद प्राचार्यों को नहीं
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स्कूलों में पदों की संख्या बार-बार बदल रही है, जिससे प्राचार्य भी भ्रमित हैं।
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इस वजह से जब किसी नए शिक्षक की पोस्टिंग होती है, तो पहले से मौजूद वरिष्ठ शिक्षक को अतिशेष मान लिया जाता है।
12 हजार पदों पर होनी है प्रक्रिया, लेकिन अभी तक नहीं हुई शुरुआत
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प्रदेश भर में करीब 12,000 पदों पर अतिशेष शिक्षकों का समायोजन किया जाना है।
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शिक्षक संगठनों ने पहले ही इस प्रक्रिया को रोकने की मांग की थी, लेकिन विभाग की ओर से कोई स्पष्ट आदेश अब तक जारी नहीं हुआ है।
4000 से ज्यादा शिक्षकों ने जताई आपत्ति
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शिक्षा विभाग के पास अब तक 4000 से ज्यादा आपत्तियां पहुंच चुकी हैं।
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इनमें से कई केस कोर्ट में चल रहे हैं, कुछ में उच्च पद के प्रभार से जुड़ी तकनीकी दिक्कतें हैं।
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इन सभी का समाधान होने में वक्त लगेगा, जिससे यह प्रक्रिया फिर अधर में लटक गई है।
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