भोपाल। मप्र का शीतकालीन विधानसभा सत्र आगामी 20 दिसंबर से शुरू होने जा रहा है। पांच दिनों तक चलने वाले इस सदन की अधिसूचना जारी कर दी गई है। 20 दिसंबर से यह सत्र शुरू किया जाएगा। पांच दिनों तक चलने वाले इस सत्र में कई अहम मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। 20 से शुरू होकर 24 दिसंबर को यह सत्र पूरा होगा। इसमें महत्वपूर्ण सरकारी विधि और वित्तीय काम किये जाएंगे। मध्य प्रदेश की पन्द्रहवीं विधान सभा का यह दसवां सत्र होगा। विधान सभा के प्रमुख सचिव ए.पी.सिंह के मुताबिक सत्र 5 दिन चलेगा। बता दें कि विधानसभा में विधायकों के प्रश्नों के सवाल-जवाब के अलावा कई अहम मुद्दों पर चर्चा की संभावना जताई जा रही है। सरकार के प्रवक्ता और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा पहले ही यह कह चुके हैं कि इंदौर और भोपाल में लागू की जा रही कमिश्नर प्रणाली पर भी इस शीतकालीन विधानसभा सत्र में चर्चा की जाएगी। दूसरी तरफ यह माना जा रहा है कि कांग्रेस खाद समस्या और महंगाई के मुद्दे पर सरकार को घेरने की रणनीति अपनाएगी।
कांग्रेस उठा सकती है सवाल…
वहीं सत्र की तारीख की घोषणा के बाद विपक्ष ने सवाल उठाना शुरू कर दिए हैं। शीतकालीन सत्र को केवल पांच दिनों का रखने को लेकर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं। कांग्रेस का कहना है विधानसभा सत्र की अवधि को बढ़ाया जाना चाहिए। कांग्रेस ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार जनता से जुड़े मुद्दों से भागने का प्रयास कर रही है। बीजेपी ने इसका जवाब देते हुए साफ किया है कि कांग्रेस अभी से ये बात कहकर सदन में जनहित के मुद्दों पर चर्चा ना हो पाए इसकी भूमिका तैयार कर रही है। बता दें कि मप्र में शीतकालीन विधानसभा सत्र 20 दिसंबर से शुरू हो रहा है। यह सत्र 24 दिसंबर यानी कुल 5 दिनों तक चलेगा। इस सत्र में कई अहम मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।