भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन सस्ते लहसुन के दामों को लेकर कांग्रेस विधायकों ने विरोध प्रदर्शन किया। मंगलवार से शुरू हुए मानसून सत्र के पहले दिन सदन की कार्यवाही लंबी नहीं चल सकी। इसे बुधवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया। सुबह विधानसभा का सत्र शुरू होने के पहले कांग्रेस विधायकों ने लहसुन लेकर प्रदर्शन किया। उन्होंने विधानसभा के गेट पर लहसुन फेंक दी। प्रदर्शन के दौरान कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, पूर्व कृषि मंत्री सचिन यादव, पूर्व मंत्री लाखन यादव, कुणाल चौधरी ने विधानसभा के बाहर लहसुन बिखेर दिया।
पूर्व मंत्री यादव ने कहा, किसानों को अपनी उपज सड़कों पर फेंकनी पड़ रही है। उसे एक रुपए दाम मिल रहे हैं। किसानों के लिए चल रही योजनाओं को बंद किया जा रहा है। भावांतर योजना बंद कर दी गई है। विधायक तो खरीद रहे हैं, लेकिन किसान की उपज खरीदने की बात आती है तो लाचारी सामने आ जाती है। किसानों को उपज की लागत तक नहीं निकल पा रही है।
पूर्व सीएम कमलनाथ उपस्थित नहीं हुए
वहीं मानसून सत्र में पहले दिन पूर्व सीएम कमलनाथ उपस्थित नहीं हुए। वे आगर मालवा के दौरे पर हैं। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि विधानसभा में और सदस्य हैं, इसलिए वहां उनकी जरूरत नहीं है। इधर कमलनाथ के बयान पर गृहमंत्री डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा ने तंज कसा है। उन्होंने कहा कि कमलनाथ कहते हैं उन्हें लंबा संसदीय अनुभव है। लेकिन वो सदन की कार्यवाही में शामिल नहीं हो रहे। इससे मालूम चलता है कि उन्हें जनता से जुड़े मुद्दे उठाने में रुचि नहीं है। वहीं बीजेपी के वरिष्ठ नेता डॉक्टर हितेष वाजपेयी ने भी ट्वीट करके कमलनाथ पर निशाना साधा है। उन्होंने कमलनाथ के मानसून सत्र में शामिल नहीं होने पर सवाल उठाए। हितेश वाजपेयी ने कहा कि लगता है कमलनाथ का विपक्ष मे मन नहीं लगता। लेकिन इस तरह जनता के मुद्दों से पलायन ठीक नहीं है।
कांग्रेस ने बनाई सरकार को घेरने की रणनीति
सोमवार को कांग्रेस और भाजपा विधायक दलों की बैठकें हुईं। कांग्रेस विधायक दल की बैठक में कारम डैम, पोषण आहार पर सीएजी की रिपोर्ट, भर्तियों, परीक्षाओं में गड़बड़ी से मामलों पर सरकार को घेरने की रणनीति बनी है। वहीं, देर रात करीब 11 बजे तक सीएम हाउस में चली बीजेपी विधायक दल की बैठक में विपक्ष के आरोपों का जवाब देने की बात कही गई। महिला बाल विकास विभाग के पीएस अशोक शाह ने पोषण आहार को लेकर सीएजी की प्रारंभिक रिपोर्ट को लेकर विधायकों के सामने जवाब दिए। आज सरकार की तरफ से चार अध्यादेश सदन में पेश होने थे। उधर, सत्र के पहले दिन पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सदन में मौजूद नहीं हे। वे इंदौर और आगर-मालवा के दौरे पर हैं।
कांग्रेस इन मुद्दों को उठाने की तैयारी में
जबलपुर से कांग्रेस विधायक तरुण भनोत बीते दिनों जबलपुर के न्यू लाइफ मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल में आग लगने से हुई मौतों का मुद्दा उठाएंगे। बीजेपी-कांग्रेस MLA सतना मंडी में हुए घोटाले को उठाएंगे। सतना कृषि उपज मंडी में हुए गबन का मामला भाजपा और कांग्रेस के विधायक सदन में उठाएंगे। बीजेपी विधायक केदारनाथ शुक्ल और कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ सुखलाल कुशवाह इस मुद्दे को सदन में उठाएंगे।
विधायकों ने लगाए डेढ़ हजार सवाल
पांच दिवसीय मानसून सत्र के लिए सत्तापक्ष और विपक्ष के विधायकों ने 1516 सवाल लगाए हैं, जबकि, 18 स्थगन, 216 ध्यानाकर्षण और अशासकीय संकल्प की सूचनाएं विधानसभा सचिवालय को मिलीं हैं। वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा 15 सितंबर को अनुपूरक बजट प्रस्तुत करेंगे। नगरीय विकास एवं आवास विभाग महापौर का चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली से कराने, वाणिज्यिक कर विभाग भारतीय स्टांप ड्यूटी (मध्य प्रदेश संशोधन), वेट संशोधन विधेयक सदन में प्रस्तुत करेंगे।