भोपाल। क्या आप जानते हैं जिस Mole In samudrik shastra तरह सामुद्रिक शास्त्र में शरीर की बनावट से लोगों के व्यक्तित्व का पता लगाया जाता है। वैसे ही हमारे शरीर के कुछ निशान भी हैं जो आपके जीवन की किताबें खोलते हैं। आइए आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि शरीर के किस हिस्से पर तिल होना शुभ—अशुभ होता है। आपको बता दें महिलाओं के लिए बायें अंग पर तिल का होना शुभ माना जाता है। इसके विपरीत पुरुषों को दायीं अंग पर शुभ फल देता है।
समुद्र शास्त्र के अनुसार शरीर के किस हिस्से पर तिल होना अच्छा होता है। वैसे तो कुछ लोग ऐसे होते है जिनके एक खास अंग पर तिल होता है। इस तिल के कारण ही वो इंसान भाग्यवान होता है। तिल जन्मजात भी होते हैं साथ ही इनकी मौजूदगी आपका भाग्य भी दर्शाता है। शरीर के अंगों पर तिल का ज्योतिषीय आधार पर कोई न कोई महत्व जरूर होता है।
आप भी जान ले तिल से जुड़ी ये खास बातें :
ललाट पर तिल —
व्यक्ति की ललाट के बीच में तिल का होना निर्मल प्रेम का प्रतीक है। अगर ललाट के दाहिने तरफ का तिल है तो ऐसा व्यक्ति विषय विशेष में निपुणता माना जात है। तो वहीं बायीं तरफ का तिल फिजूलखर्ची का प्रतीक होता है। ललाट या माथे के तिल को लेकर ऐसा भी माना जाता है कि दायीं ओर का तिल धन वृद्धिकारक और बायीं ओर का तिल घोर निराशापूर्ण जीवन का प्रतीक होता है।
भौंहों पर तिल —
यदि दोनों भौहों पर तिल है तो आप समझ जाइए कि ऐसा व्यक्ति अक्सर यात्रा करने वाला होता है। दाहिनी भौंह पर तिल सुखमय और बायीं पर तिल कष्टकारक दांपत्य जीवन का प्रतीक है।
आंख की पुतली पर तिल —
दायीं पुतली पर तिल का होना उच्च विचार का ध्योतक है। जबकि बायीं पुतली पर तिल वालों के विचार खास नहीं होते है। ऐसे लोग सामान्य रूप से भावुक होते हैं।
पलकों पर तिल —
अगर आपकी आंख की पलक पर तिल है तो समझ जाइए आप थोड़े भावुक प्रकृति के हैं। दायीं पलक पर तिल वाले व्यक्ति अपेक्षाकृत अधिक संवेदनशील होते हैं।
आंख पर तिल –
अगर आपकी दायीं आंख पर तिल है इसका मतलब है भविष्य में स्त्रियों से अच्छी बनेगी। वहीं अगर बायीं आंख पर तिल है तो समझ जाइए आपकी महिलाओं से कम ही बनेगी।
कान पर तिल –
अगर कान पर तिल है तो समझ लीजिए ये अल्पायु के संकेत हो सकते हैं।
नाक पर तिल –
नाक पर तिल होना प्रतिभावान होने का प्रतीक है। साथ ही ऐसे व्यक्ति प्रतिभावान होते हैं। जबकि महिलाओं की नाक पर तिल होना उनके सौभाग्यशाली होने का प्रतीक है।
होंठ पर तिल –
होंठ पर तिल वाले व्यक्ति प्यार भरा हृदय रखते हैं। जबकि होंठों के नीचे तिल होना गरीबी का संकेत है।
मुंह पर तिल –
मुख के पास का तिल महिला और पुरुष दोनों के सुखी संपन्न एवं सज्जन होने का प्रतीक है। ऐसे तिल वाला व्यक्ति भाग्य का धनी होता है।
गाल पर तिल –
बाएं गाल पर कृष्ण वर्ण तिल व्यक्ति को निर्धन बनाता है। लेकिन यदि यही तिल दाएं गाल पर हो तो व्यक्ति् धनवान होता है।
जबड़े पर तिल –
जबड़े पर तिल का होना स्वास्थ्य में उतार—चढ़ाव को दर्शाता है।
ठोड़ी पर तिल –
स्त्री की ठोड़ी पर तिल मिलनसारिता की कमी को दर्शाता है।
कंधों पर तिल –
दाएं कंधे पर तिल का होना दृढ़ता का प्रतीक है।
दाहिनी भुजा पर तिल –
ऐसे तिल वाला जातक प्रतिष्ठित व बुद्धिमान होता है। लोग उसका आदर करते हैं।
बायीं भुजा पर तिल –
बायीं भुजा पर तिल हो तो व्यक्ति झगड़ालू होता है। उसका सर्वत्र निरादर होता है। उसकी बुद्धि कुत्सित होती है।
कोहनी पर तिल –
कोहनी पर तिल का पाया जाना विद्वता का प्रतीक है।
हाथों पर तिल –
हाथों पर तिल होना आपके चालाक स्वभाव को दर्शाता है। जबकि दायीं हथेली पर तिल बलवान, दायीं हथेली के पृष्ठ भाग में हो तो आपके खर्चीले स्वभाव की निशानी है।
अंगूठे पर तिल –
अंगूठे पर तिल का होना व्यक्ति के कार्यकुशल, व्यवहार कुशलता और साथ ही साथ न्यायप्रियता को दर्शाता है।
तर्जनी पर तिल –
जिसकी तर्जनी पर तिल का होना, विद्यावान, गुणवान और धनवान की निशानी है। पर ऐसे व्यक्ति की विशेषता ये होती है कि ये हमेशा विरोधियों से घिरे रहते हैं।
नोट : इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित है। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।